रांची। झारखंड के एक IAS अधिकारी आदित्य रंजन, जो शिक्षा परियोजना के निदेशक भी हैं, द्वारा शिक्षकों को चप्पल पहनकर स्कूल आने पर चप्पलों से पिटाई की धमकी देने का एक वीडियो वायरल हो गया है। इस वीडियो ने शिक्षकों के बीच भारी नाराजगी और विवाद पैदा कर दिया है।
घटना का विवरण
आदित्य रंजन को एक कार्यशाला के दौरान यह विवादास्पद बयान देते हुए रिकॉर्ड किया गया था। वीडियो में सुना जा सकता है कि वे कह रहे हैं, “अगर कोई शिक्षक स्कूल में चप्पल पहनकर आता है, तो हम उसे उसी चप्पल से पीटेंगे ताकि वे फिर कभी चप्पल न पहनें।” इस बयान ने शिक्षकों के बीच आक्रोश को भड़का दिया है और वे उनके इस बयान की कड़ी निंदा कर रहे हैं।
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शिक्षकों की नाराजगी और मांगें
रंजन के बयान के बाद, शिक्षकों ने अपनी नाराजगी जाहिर की और उनकी तत्काल बर्खास्तगी की मांग की। शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें रंजन को उनके पद से हटाने की मांग की गई। विरोध स्वरूप, शिक्षकों ने पिछले दो दिनों से स्कूल में नंगे पांव या चप्पल पहनकर जाना शुरू कर दिया है।
नियोजित विरोध प्रदर्शन
आदित्य रंजन द्वारा दिए गए अनुचित बयान ने शिक्षकों में व्यापक असंतोष फैला दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, शिक्षक उनके पद से हटाने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरने की योजना बना रहे हैं। यह घटना झारखंड में शिक्षा अधिकारियों और शिक्षकों के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करती है।
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विवाद का असर
यह विवाद दोनों पक्षों के बीच समाधान की प्रतीक्षा में है, जिसमें शिक्षक अपनी मांगों के पूरा होने तक डटे रहने का संकल्प लिया है। यह घटना न केवल प्रशासन और शिक्षकों के बीच तनाव को उजागर करती है, बल्कि शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है।
निष्कर्ष
झारखंड के IAS अधिकारी आदित्य रंजन द्वारा शिक्षकों को चप्पल पहनकर स्कूल आने पर चप्पलों से पिटाई की धमकी देने का मामला गंभीर विवाद का कारण बन गया है। शिक्षकों ने इस बयान की कड़ी निंदा की है और उनकी बर्खास्तगी की मांग की है। यह घटना शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता और प्रशासन और शिक्षकों के बीच संवाद की महत्वपूर्णता को उजागर करती है।
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