Jharkhand: ‘जमशेदपुर’ साकची आमबगान के पास तेंदुए की खाल की तस्करी के मामले में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। वन विभाग की टीम ने डालटनगंज से तेंदुए का शिकार करने वाले तीन शिकारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में जाकीर और मास्टरमाइंड शामिल हैं, जबकि एक शिकारी की पूर्व में ही मौत हो चुकी है।
वन विभाग की टीम ने रेंजर दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में पिछले तीन दिनों से डालटनगंज में छापेमारी की। इस दौरान टीम ने आरोपियों के पास से जाल-फांस, जानवरों की खाल, हिरण का सिंह, खरगोश की हड्डी, सियोल का दांत और अन्य वन उत्पाद बरामद किए। शिकारियों ने डालटनगंज के जंगलों से तेंदुए का शिकार किया था और खाल को जमशेदपुर भेजा था। यहां से खाल को विदेश भेजने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन वन विभाग ने उसे समय पर बरामद कर लिया।
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Jharkhand: गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने राजस्थान से जानवरों का शिकार करने की ट्रेनिंग ली थी और पिछले कई वर्षों से डालटनगंज के जंगलों में जंगली जानवरों का शिकार कर रहे थे। वन विभाग की टीम ने 15 अगस्त को सोनारी के अशोक विश्वकर्मा, चाईबासा के साम कुजूर और पिंटू कुजूर को भी गिरफ्तार किया था। सोनारी के अशोक से तेंदुए की खाल डेढ़ करोड़ रुपए में बेचने की डील हुई थी, जिसके बाद वन विभाग ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अशोक ने पूछताछ में बताया कि डालटनगंज के शिकारियों ने उसे खाल उपलब्ध कराई थी।
इस मामले में वन विभाग की टीम ने तस्करी के नेटवर्क को उजागर करने के लिए एक खरीददार बनकर पूरी योजना को खंगाला और मामले का खुलासा किया।
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