Jharkhand में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कमर कस ली है। बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने झारखंड के लिए चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त किए हैं जिनके कंधे पर जीत की रणनीति होगी। इसी को लेकर 23 जून को झारखंड बीजेपी की बड़ी बैठक होने जा रही है जिसमें प्रभारी, सह प्रभारी के साथ तमाम पार्टी के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। बैठक को लेकर जहां बीजेपी उत्साहित है वहीं दूसरी तरफ विपक्ष हमलावर भी है।
Jharkhand: कांग्रेस प्रवक्ता राकेश कुमार सिंह ने बीजेपी पर तीखा हमला किया। उनका कहना है कि कितनी भी कोशिश बीजेपी कर ले, वह सत्ता के करीब नहीं आ पाएगी। जिस प्रकार से झारखंड के आदिवासी और पिछड़ों के साथ छलावा हो रहा है|
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Jharkhand: स्वाभाविक तौर पर बीजेपी सत्ता के करीब नहीं पहुंच पाएगी। उन्होंने कहा कि जनता बीजेपी के कुशासन से त्रस्त है। जैसे ही केंद्र में इनकी सरकार बनी, 24 लाख छात्रों का भविष्य अंधेरे में पड़ गया। इसलिए बीजेपी को भारत और झारखंड की जनता पूरी तरह नकार चुकी है।
Jharkhand: जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने भी बीजेपी की रणनीति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के नेता प्रभारी बने हैं और उनकी ख्याति पूरे देश में फैली है, लेकिन झारखंड में उनकी कोई पहचान नहीं है। पांडे ने कहा कि उनका मुकाबला झारखंड के आंदोलनकारी बेटे हेमंत सोरेन से है। इसलिए हमें नहीं लगता कि इन नेताओं के आने से झारखंड में कोई फर्क पड़ेगा।
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Jharkhand इस पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष पूरी तरह से शोकेस में है। बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शहदेव ने कहा कि पिछले चुनाव से पहले विपक्ष 48-50 सीटों पर था, लेकिन चुनाव के बाद वे सिर्फ 29 विधानसभा सीटों पर बचे। बीजेपी के प्रभारी और सह प्रभारी की नियुक्ति के बाद विपक्ष के हौसले टूट गए हैं। शहदेव ने कहा कि उनके मार्गदर्शन में और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में बीजेपी इस बार सत्ता पर काबिज होगी।
Jharkhand कल रांची में होने वाली बैठक के बाद बीजेपी विधानसभा चुनाव का शंखनाद करेगी। बैठक के बाद कार्यकर्ता भी नई ऊर्जा के साथ तैयारी में लग जाएंगे।
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