Auto E-Rickshaw: राजधानी रांची में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की हड़ताल का दूसरा दिन है, जिससे शहर में यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गई है। नए परिवहन नियमों के खिलाफ 10 हजार से अधिक ऑटो और 2500 ई-रिक्शा का परिचालन बंद है। चालकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे।
Auto E-Rickshaw Strike: नए नियमों का विरोध
डीटीओ, परिवहन सचिव, परिवहन कमिश्नर, नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस द्वारा बनाए गए नए नियमों के तहत शहर को 4 जोन से 17 रूटों में बांट दिया गया है। इस बदलाव के विरोध में ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने चक्का जाम कर दिया है। उनका कहना है कि यह नियम उनके लिए असुविधाजनक और अनुचित है, और जब तक इन्हें वापस नहीं लिया जाता, वे अपनी सेवाएं नहीं देंगे।
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Auto E-Rickshaw Strike: शहर में यातायात ठप, लोगों को हो रही परेशानी
हड़ताल के चलते रांची शहर में यातायात बुरी तरह ठप हो गया है। लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। टैक्सी और अन्य निजी वाहनों ने मनमाना किराया वसूलना शुरू कर दिया है, जिससे आम जनता को और भी अधिक परेशानी हो रही है। कई लोग पैदल ही अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए मजबूर हो गए हैं।
Auto E-Rickshaw Strike: हड़ताल का असर और आगे की स्थिति
इस हड़ताल का असर पूरे शहर पर पड़ा है और अगर जल्द ही समाधान नहीं निकाला गया, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। प्रशासन और ऑटो चालकों के बीच बातचीत की उम्मीद की जा रही है ताकि इस मुद्दे का समाधान हो सके और सामान्य जनजीवन बहाल हो सके। फिलहाल, शहर में यातायात की स्थिति को सुधारने के लिए प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
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