Chandigarh पुलिस में एएसआई के रूप में कार्यरत परमजीत सिंह बाल ने खज्जियार में अपने और परिवार के साथ हुई बदसलूकी का मामला उजागर किया है। उन्होंने बताया कि 9 जून 2024 को वह खज्जियार में छुट्टियां मनाने गए थे, जहां उनकी गाड़ी को गलत तरीके से पार्क करने का आदेश दिया गया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। यह घटना उनके लिए और उनके परिवार के लिए बेहद तनावपूर्ण साबित हुई।
परमजीत सिंह के अनुसार, कांस्टेबल डी. एस. ठाकुर ने उन्हें गाड़ी आगे पार्क करने का आदेश दिया और उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया। जब उन्होंने इसका विरोध किया और अपने फोन पर घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू की, तब एएसआई मदन पॉल ने उनके फोन को मारते हुए वीडियो रिकॉर्डिंग के दौरान दुर्व्यवहार किया। परमजीत सिंह ने इस घटना का वीडियो सबूत के तौर पर अधिकारियों को भेजा है।
परमजीत सिंह ने आरोप लगाया है कि स्थानीय टैक्सी ड्राइवरों को भी पर्यटकों के खिलाफ उपयोग किया जा रहा है, जैसा कि वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। इस तरह की घटनाएं न केवल पर्यटकों के अनुभव को खराब करती हैं, बल्कि स्थानीय प्रशासन की छवि पर भी प्रश्नचिह्न लगाती हैं।
परमजीत सिंह बाल ने सवाल उठाया है कि यदि पुलिस अधिकारी के साथ ऐसा व्यवहार हो सकता है, तो आम जनता के साथ क्या हो सकता है? उन्होंने अधिकारियों से उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस तरह के व्यवहार को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
यह घटना खज्जियार की सुरक्षा व्यवस्था और वहां के पुलिसकर्मियों के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े करती है। स्थानीय प्रशासन को इस मामले की जांच कर उचित कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों और पर्यटकों को सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल मिल सके।
