पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने अपने विभाग द्वारा दो पुलिस कर्मचारियों को ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों का आरोप है कि वे नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से रिश्वत लेते थे। विजिलेंस ब्यूरो ने इस मामले में विस्तृत जांच की गई और आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे संबंधित विवरण प्राप्त किए हैं।
विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारी ने बताया कि इन दोनों आरोपियों ने अपने पदस्थान पर बिना किसी दोस्ती के दावों को बदला और उनसे बड़ी मात्रा में रिश्वत वसूली। इनके कार्यक्रम ने अलग-अलग लोगों से लगभग 102 लाख दो हजार 926 रुपये तक पहुंचा, जो एक सामाजिक और नैतिक नुकसान की अनुमानित धनराशि है।
विजिलेंस ब्यूरो के इस कठोर कार्रवाई ने समाज को एक बड़ी सचाई के सामने रखा है, जहां भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में सुधार होने की आशा है। इस मामले में विजिलेंस ब्यूरो ने सरकारी नौकरियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई के संदेश को समझाया है, जो लोगों के विश्वास में दाग डालती है।
इस घटना के बाद, स्थानीय अधिकारियों ने भी सुरक्षा और संगठन को मजबूती से बढ़ाने का आदेश दिया है। वे भी जांच कर रहे हैं कि यह घटना कैसे हुई और इससे पैदा हुए लोगों को भविष्य में कैसे रोका जा सकता है।