बारां साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ट्रक बेचने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले एक गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह के मुखिया अनिल वैष्णव बैरागी को बारां जिले के केलवाड़ा थाना क्षेत्र के अजरोंडा गांव से गिरफ्तार किया गया है। अनिल बैरागी वर्तमान में मालवीय नगर, जयपुर में रहता है और इस गिरोह में कई अन्य लोग भी शामिल हैं। पुलिस की जांच में पता चला है कि गिरोह ने अब तक देश के विभिन्न राज्यों में करीब एक करोड़ रुपये की ठगी की है।
गिरोह के सदस्य फेसबुक के माध्यम से ऑनलाइन ट्रक बेचने का झांसा देते थे और टोकन मनी, एप्रूवल मनी आदि के नाम पर लाखों रुपये खातों में जमा करा लेते थे। ठगी का शिकार होने वालों को यह समझ में आने तक बहुत देर हो जाती थी। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक माह पहले फरियादी पिन्टू राठौर, निवासी इन्द्रानगर, थाना कोतवाली, मंदसौर, मप्र ने बारां के साइबर थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस की गहनता से जांच-पड़ताल के बाद यह मामला उजागर हुआ। गिरोह के मुखिया चन्द्रमोहन वैष्णव ने जयपुर के गणेशपुरा में रहते हुए कई फर्जी कंपनियां बना रखी थीं। जयपुर, बैंगलोर, मुंबई, असम गुवाहाटी, लखनऊ आदि स्थानों पर इन कंपनियों के ऑफिस और वेबसाइट्स थे। इनसे सेकंड हैंड कमर्शियल वाहन बेचने के नाम पर लोगों से टोकन मनी और एडवांस राशि ऑनलाइन बैंक खातों में जमा करवाई जाती थी।
गिरफ्तार आरोपी अनिल बैरागी के मोबाइल में बिड्स बाजार नाम की फर्जी कंपनी का फेसबुक पेज भी चल रहा था। पुलिस ने उसके बताए बैंक खातों की जांच शुरू कर दी है। अब तक की जांच से यह स्पष्ट हो गया है कि चन्द्रमोहन वैष्णव और उसके गिरोह ने देश के विभिन्न राज्यों में लगभग एक करोड़ रुपये की ठगी की है।