Rajasthan के बारां जिले में नेशनल हाइवे 27 पर आवारा मवेशियों की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इस मार्ग पर आवारा मवेशियों के जमघट के कारण वाहन चालक लगातार दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। इसके बावजूद, शासन और प्रशासन इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिससे वाहन चालकों की जान खतरे में पड़ रही है।
आवारा मवेशियों का जमघट और उसके असर
नेशनल हाइवे 27 पर कोटा से लेकर बारां जिले की सीमा तक आवारा मवेशियों की भरपूर उपस्थिति देखने को मिल रही है। ये मवेशी सड़क पर इधर-उधर घूमते रहते हैं, जिससे कई वाहन दुर्घटनाओं का सामना कर रहे हैं। इनमें से कई हादसे गंभीर हो चुके हैं और कई लोगों की जान भी जा चुकी है। यही नहीं, मवेशियों की चपेट में आने से कई मवेशियों की भी मौत हो चुकी है।
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रात में और बढ़ जाती है दुर्घटनाओं की आशंका
Rajasthan: रात के अंधेरे में इन आवारा मवेशियों के कारण दुर्घटनाओं का खतरा और भी बढ़ जाता है। सड़क पर सफर कर रहे वाहन चालकों को इन मवेशियों की वजह से सही से ड्राइव करना मुश्किल हो जाता है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना दोगुनी हो जाती है।
टोल कंपनी की लापरवाही
वहीं, वाहन चालकों द्वारा भारी भरकम टोल चुकाए जाने के बावजूद टोल कंपनी द्वारा आवारा मवेशियों की समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। यह स्थिति सड़क सुरक्षा को गंभीर खतरे में डाल रही है।
Rajasthan: इस गंभीर समस्या का समाधान निकालने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है। शासन और प्रशासन को इस मुद्दे को प्राथमिकता देकर आवारा मवेशियों के जमघट को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि सड़क पर यात्रा करने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।