Rajasthan News: दौसा जिले के राहूवास थाना क्षेत्र के जगनेर गांव में एक युवक को चारपाई पर बांधकर मारपीट कर घायल अवस्था में पुलिस के हवाले किए जाने के बाद उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। अब इस मारपीट का video of Dausa youth death भी सामने आया है, जिसमें कुछ लोग युवक को बेरहमी से पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में युवक के जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज़ भी आ रही है और बिजली का करंट लगाने जैसी बात करने की आवाज भी सुनाई दे रही है।
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Rajasthan News: घटना का विवरण
बीती रात, युवक लल्लू प्रसाद मीणा जगनेर गांव पहुंचा था, जहां लोगों ने उसे पीट-पीटकर घायल कर दिया और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस द्वारा उपचार के दौरान युवक की मौत हो गई। घटना के बाद परिजनों ने तीन महिलाओं सहित आठ लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है। इस पूरे घटनाक्रम में love affair suspicion की बात भी सामने आ रही है।
परिजनों की प्रतिक्रिया
मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने राहुवास थाने के सामने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना दिया। पुलिस की समझाइस के बाद परिजनों ने धरना समाप्त किया और युवक के शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए राजी हुए। पुलिस ने कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया है।
पुलिस की जांच
दौसा एएसपी दिनेश अग्रवाल ने बताया कि पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि मृतक युवक प्रेमपुरा गांव से रात में जगनेर गांव क्यों पहुंचा, इसकी भी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
मृतक के परिजनों का आरोप
मृतक युवक के परिजनों का आरोप है कि मारपीट करने वाले लोग युवक के आरोपियों के परिवार की किसी महिला के साथ प्रेम प्रसंग की वजह से इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले में निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई की जाएगी ताकि न्याय मिल सके।
समाज पर प्रभाव
यह घटना समाज में मौजूद तनाव और हिंसा की समस्याओं को उजागर करती है। Dausa youth death video ने दिखाया कि कैसे निजी मामलों के चलते हिंसा का सहारा लिया जाता है। इस प्रकार की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती हैं बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित करती हैं।
निष्कर्ष
Rajasthan News: इस मामले की निष्पक्ष जांच और त्वरित न्याय सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों। पुलिस और प्रशासन को ऐसी घटनाओं को गंभीरता से लेना चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने का प्रयास करना चाहिए। Police investigation में पारदर्शिता और निष्पक्षता बरतनी चाहिए ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके और समाज में कानून के प्रति विश्वास बना रहे।