Rajasthan News: डूंगरपुर जिले में बारिश के मौसम के शुरू होते ही सर्पदंश की घटनाएं बढ़ गई हैं। पिछले 20 दिनों में 15 से अधिक लोगों को सांप ने डस लिया है, जिनमें से 50 प्रतिशत से अधिक पीड़ितों ने पहले Bhopas से झाड़ फूंक करवाया और फिर अस्पताल आए। दुर्भाग्यवश, एक महिला की जान भी चली गई क्योंकि उसे अस्पताल पहुंचाने में देरी हुई।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
Rajasthan News: डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 15 से अधिक सर्पदंश के मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से एक महिला, कज़ोडी बरोड़ मीणा, को 12 घंटे बाद अस्पताल लाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और उसकी मौत हो गई। परिजनों ने पहले Bhopas से झाड़ फूंक करवाने का प्रयास किया, जिससे समय की बर्बादी हुई और महिला की जान नहीं बच सकी।
Rajasthan News: डॉ. कांतिलाल मेघवाल और डॉ. राकेश मीणा ने बताया कि 50 प्रतिशत से अधिक मरीज पहले Bhopas के पास जाते हैं और जब झाड़ फूंक से आराम नहीं मिलता है, तब वे अस्पताल आते हैं। कई बार इस देरी के कारण मरीज की हालत और गंभीर हो जाती है और समय रहते इलाज न मिलने के कारण मौत का शिकार हो जाते हैं।
Rajasthan News: 13 जुलाई को करौली निवासी जयेश पटेल को गर्दन पर सांप ने डस लिया था। परिजन उसे गंभीर और बेहोश हालत में अस्पताल लाए थे। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और जहर फैलने से उसका शरीर पैरालाइसिस की चपेट में आ गया था। डॉक्टरों की टीम ने उसे आइसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू किया और आठ दिन के उपचार के बाद वह ठीक हो गया।
Rajasthan News: डॉ. कांतिलाल मेघवाल ने बताया कि 21 जुलाई को बकराइया निवासी कज़ोडी मीणा की मौत हो गई थी। इसी तरह, 4 जुलाई को डूंगरपुर के राजकुमार, 6 जुलाई को रोहनवाड़ा निवासी नर्मदा, 8 जुलाई को झरियाना निवासी वरजू, 10 जुलाई को सीमलवाड़ा के पंकज और 13 जुलाई को करौली निवासी जयेश को सांप ने डस लिया था। सभी का उपचार किया गया है।
Rajasthan News: डॉक्टरों ने बताया कि सर्पदंश के बाद 2 से 3 घंटे का समय Golden Period होता है। इस समय में मरीज को समय पर अस्पताल लाने से उसकी जान बचाई जा सकती है। डूंगरपुर और वागड़ क्षेत्र में जहरीले सांपों की कई प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें Common Krait, Cobra, और Russell Viper शामिल हैं। इनके डसने से जहर तेजी से शरीर में फैलता है और समय पर इलाज न मिलने पर मौत हो सकती है। लोगों से अपील की गई है कि सर्पदंश के बाद Bhopas के चक्कर में न पड़ें और समय पर अस्पताल पहुंचें।