Dungarpur: डूंगरपुर जिले (Dungarpur District) में आज बिजली विभाग के कर्मचारियों ने एसई ऑफिस (SE Office) के बाहर धरना देकर जोरदार प्रदर्शन किया (Protest Against Privatization)। यह धरना अजमेर विद्युत वितरण निगम श्रमिक संघ (Ajmer Vidyut Vitran Nigam Workers Union) के प्रदेशव्यापी आव्हान के तहत आयोजित किया गया, जिसमें कर्मचारियों ने डिस्कॉम में निजीकरण बंद करने और ओपीएस (Old Pension Scheme Demand) (पुरानी पेंशन योजना) को फिर से लागू करने की मांग की (Demand to Implement OPS)।
श्रमिक संघ के जिला महामंत्री लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि विद्युत निगमों में बढ़ते निजीकरण (Privatization in Power Sector) से निगम को लगातार घाटा हो रहा है (Losses Due to Privatization), और इसके चलते कर्मचारी भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं (Employee Insecurity Due to Privatization)। उन्होंने बेंगलुरु की बीसीआईटीएस कंपनी (BCITS Bengaluru Company) को बिलिंग सिस्टम के लिए दिए गए ठेके का विरोध किया (Opposition to BCITS Contract), इसे श्रम विरोधी और निगम के हितों के खिलाफ बताया (Anti-Worker Policies in Discom)। उन्होंने मांग की कि इस ठेके को तुरंत रद्द किया जाए (Call to Cancel BCITS Contract)।
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इसके साथ ही, लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार ने पहले ओपीएस (OPS Implementation) लागू करने की घोषणा की थी, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है (Delayed OPS Implementation)। इसके चलते कर्मचारियों में भारी नाराजगी है (Employee Discontent Over OPS Delay)। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा (Threat to Intensify Protest)।
धरने के दौरान, कर्मचारियों ने जोरदार नारेबाजी की (Protest Slogans Against Privatization) और अपनी मांगों को लेकर जिला कलेक्टर और एसई के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा (Memorandum to CM Against Privatization)। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द कार्रवाई करने की अपील की (Appeal for Government Action), ताकि कर्मचारियों की चिंताओं का समाधान हो सके (Resolve Employee Concerns)।
प्रदर्शन के बाद, कर्मचारियों ने स्पष्ट किया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे अपने संघर्ष को और भी व्यापक स्तर पर ले जाएंगे (Plans to Escalate Protest if Demands Not Met)।