Rajasthan News: करंट हादसे में घायल हैडमास्टर जगदीशप्रसाद की इलाज के दौरान मौत, 20 दिनों से चल रहा था इलाज

Rajasthan News: झुंझुनूं शहर के पंचदेव मंदिर के पास एक ज्यूस की थड़ी के पास लगे बिजली के पोल में 28 जून को दौड़े करंट में एक और जान चली गई है। इस हादसे में कुल पांच लोग चपेट में आए थे। जिसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई थी और चार घायल हो गए थे। इनमें से एक देसूसर स्कूल के हैडमास्टर जगदीशप्रसाद भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। Electrocution Accident में घायल जगदीशप्रसाद का इलाज पिछले 20 दिनों से जयपुर के निजी अस्पताल में चल रहा था, लेकिन बीती रात को उन्होंने भी आखिरी सांस ली।

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Rajasthan News: जगदीशप्रसाद का परिचय

Rajasthan News: जगदीशप्रसाद स्वामियों की ढाणी के निवासी थे और फिलहाल अपने परिवार के साथ झुंझुनूं शहर के बसंत विहार में रह रहे थे। वे 2017 से देसूसर के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में हैडमास्टर के पद पर कार्यरत थे। उनका रिटायरमेंट करीब साढ़े चार महीने बाद, आगामी 30 नवंबर को होने वाला था। उनकी मौत से उनके परिवार और शिक्षा विभाग में शोक की लहर छा गई है। Headmaster Jagdish Prasad के एक बेटा और दो बेटियां हैं, और उनकी धर्मपत्नी सुमनलता रतनगढ़ में सरकारी अध्यापिका हैं।

शिक्षा विभाग का शोक

हादसे की जानकारी मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक मनोज कुमार ढाका सहित अन्य शिक्षा अधिकारियों ने शोक व्यक्त किया। 28 जून को हुए इस हादसे में तीन जनें करंट लगने के बाद पानी में बह गए थे, जिनमें से एक हैडमास्टर जगदीशप्रसाद भी शामिल थे। लोगों ने उन्हें बचाया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी स्थिति गंभीर बनी रही और अंततः उन्होंने दम तोड़ दिया। Injury Treatment के दौरान उनकी मौत ने सभी को गहरे शोक में डाल दिया।

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सुरक्षा मानकों की कमी

इस हादसे ने झुंझुनूं शहर में सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर किया है और लोगों में गहरी चिंता पैदा की है। बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की मांग की जा रही है। लोगों ने अपील की है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए नियमित निरीक्षण और सुधार कार्य किए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

भविष्य की सुरक्षा के उपाय

इस हादसे ने झुंझुनूं शहर में सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर किया है और लोगों में गहरी चिंता पैदा की है। बिजली विभाग और स्थानीय प्रशासन से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने की मांग की जा रही है। लोगों ने अपील की है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए नियमित निरीक्षण और सुधार कार्य किए जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

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मैं सुमित कुमार एक पत्रकार हूं जो सभी राज्यों की स्थानीय खबरों को कवर करता हूं। मेरे द्वारा रिपोर्ट की गई खबरें समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों और घटनाओं को उजागर करती हैं, जिससे जनता को सही और सटीक जानकारी मिलती है। मुझे पत्रकारिता के माध्यम से लोगों की आवाज बनना और उनके मुद्दों को मुख्यधारा में लाना पसंद है।
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