khandar सवाई माधोपुर जिले के खंडार उपखंड क्षेत्र में स्थित 15 से अधिक GSS (Grid Sub Station) पर ठेका कर्मचारी तीन महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण हड़ताल पर उतर गए हैं। इन कर्मचारियों ने GSS पर बिजली आपूर्ति कार्य का बहिष्कार करते हुए ठेकेदार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
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ठेका कर्मचारियों के आरोप
ठेका कर्मचारियों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा उनसे 24 घंटे ड्यूटी करवाई जाती है और केवल 4700 रुपये मानदेय दिया जाता है। इसके बावजूद, ठेकेदार ने खंडार क्षेत्र के सभी GSS पर कार्यरत ठेका कर्मचारियों का वेतन तीन महीने से रोक रखा है, जिससे उनकी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
हड़ताल की चेतावनी
आक्रोशित ठेका कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि तीन महीने का वेतन जल्द ही नहीं दिया गया, तो वे मुख्य सवाई माधोपुर-श्योपुर मार्ग (NH-552) पर जाम लगाकर प्रदर्शन करेंगे।
बिजली आपूर्ति बाधित
खंडार ग्रिड के अधीन 33/11 केवी के 15 सब स्टेशनों पर ठेकेदार द्वारा नियुक्त कर्मी बिजली सप्लाई का कार्य करते हैं। इन ठेका कर्मचारियों ने वेतन नहीं मिलने के कारण हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है, जिससे GSS पर कार्य ठप हो गया है। इस हड़ताल के बाद संबंधित गांवों में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से बाधित हो गई है।
वैकल्पिक व्यवस्था
वैकल्पिक व्यवस्था के लिए सरकारी फीडर इंचार्ज को GSS पर तैनात किया गया है, लेकिन नियमित बिजली आपूर्ति देने में वे भी नाकाम साबित हो रहे हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार और प्रशासन को त्वरित कदम उठाने होंगे ताकि ठेका कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान हो सके और बिजली आपूर्ति व्यवस्था बहाल हो सके।
निष्कर्ष
खंडार में GSS पर ठेका कर्मचारियों की हड़ताल ने बिजली आपूर्ति को बुरी तरह प्रभावित किया है। ठेका कर्मचारियों की वेतन संबंधित समस्याओं का जल्द समाधान करना आवश्यक है ताकि उन्हें अपनी रोजी-रोटी की चिंता से मुक्ति मिल सके और क्षेत्र की बिजली आपूर्ति को सामान्य किया जा सके। प्रशासन को इस मामले में हस्तक्षेप कर उचित समाधान निकालना चाहिए।
खंडार में ठेका कर्मचारियों की हड़ताल क्यों हो रही है?
ठेका कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है, जिसके कारण वे हड़ताल पर हैं।
ठेका कर्मचारियों की मांगें क्या हैं?
ठेका कर्मचारी वेतन की मांग कर रहे हैं और उनकी शिकायत है कि उन्हें 24 घंटे काम करने के बावजूद उचित वेतन नहीं मिल रहा है।
हड़ताल का क्या प्रभाव पड़ा है?
हड़ताल के कारण 15 GSS पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है और संबंधित गांवों में बिजली व्यवस्था ठप हो गई है।
ठेका कर्मचारियों ने क्या चेतावनी दी है?
ठेका कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि वेतन नहीं मिला तो वे सवाई माधोपुर-श्योपुर मार्ग (NH-552) पर जाम लगाकर प्रदर्शन करेंगे।
प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?
वैकल्पिक व्यवस्था के लिए सरकारी फीडर इंचार्ज को GSS पर तैनात किया गया है, लेकिन वे भी नियमित बिजली आपूर्ति देने में नाकाम साबित हो रहे हैं।