Rajasthan News: अन्नदाता से ठगी! जयपुर में किसानों को दवाओं के नाम पर हो रही ठगी की समस्या ने एक गंभीर मोड़ ले लिया है। अन्न उपजाने वाले किसानों को न केवल प्रतिबंधित दवाइयों का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि नकली उत्पाद भी उनकी समस्याओं को बढ़ा रहे हैं। हाल ही में जी मीडिया द्वारा की गई जांच में पता चला है कि जयपुर के अजमेरी गेट, लालकोठी, मुहाना मंडी और सांगानेर इलाकों में प्रतिबंधित और नकली दवाइयों की धड़ल्ले से बिक्री हो रही है।
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Rajasthan News: फोरेट नामक दवाई, जो दीमक मारने के लिए उपयोग की जाती है, पहले ही कृषि विभाग द्वारा प्रतिबंधित की जा चुकी है। इसके बावजूद, यह उत्पाद जयपुर के कृषि बाजारों में खुलेआम बेचा जा रहा है। इसके पैकेजिंग पर जो कंपनी का नाम दर्ज है, वह फर्जी है और इसके वास्तविक उत्पादक का कोई पता नहीं है। इसी तरह, नुवान और एल्ड्रिन जैसी दवाइयां भी धड़ल्ले से बिक रही हैं, जिनका उपयोग फसल में मक्खी-मच्छर और दीमक को मारने के लिए किया जाता है। इन दवाइयों में हानिकारक रसायनों की अधिकता है, जिससे किसान की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
Rajasthan News: कृषि विभाग ने 30 जून तक एक गुण नियंत्रण अभियान चलाया था, लेकिन इस अभियान में केवल खानापूर्ति की गई। अधिकतर नकली और प्रतिबंधित उत्पाद दुकानों पर आसानी से उपलब्ध हैं। जयपुर के वीकेआई और सरना डूंगर इंडस्ट्रियल एरियाज में भी ऐसे उत्पादों का निर्माण हो रहा है, लेकिन इन कंपनियों की नियमित जांच नहीं की जाती।
Rajasthan News: फसलों की सही देखभाल और उनकी सुरक्षा के लिए कृषि विभाग को चाहिए कि वह इन कंपनियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे और किसानों को सही और गुणवत्तापूर्ण उत्पाद प्रदान करे। इस समस्या का समाधान न होने की स्थिति में किसानों की मेहनत और उनकी उपज दोनों खतरे में हैं।