Jaipur: राज्य सरकार ने भले ही भीषण गर्मी और लू के दौर के बीच पेयजल और अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने के लिए बड़े बड़े अधिकारियों को फील्ड में उतार कर समाधान करने के आदेश जारी कर रखे हैं, लेकिन इसके बावजूद बगरू की ग्राम पंचायत लाखना के श्रीरामपुरा गांव में पेयजल के हालात बेहद चिंताजनक बने हुए हैं। पानी को लेकर सात दिन में दूसरी बार विरोध प्रदर्शन के लिए महिलाएं सड़क पर खाली मटके लेकर उतर आईं।
श्रीरामपुरा गांव की महिलाओं ने पेयजल संकट के विरोध में सड़क पर खाली मटके लेकर प्रदर्शन किया। महिलाओं का कहना है कि पंचायत में टंकी निर्माण के लिए 70 लाख रुपये खर्च किए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद चार साल बाद भी पेयजल सप्लाई शुरू नहीं हुई है। स्थानीय लोगों ने बगरू विधायक और जलदाय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी नाराजगी जताई।
स्थानीय लोगों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि पांच दिन में पेयजल समस्या का समाधान नहीं निकला तो वे जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के आवास का घेराव करेंगे। लोगों ने कहा कि वे अपने गांव की पेयजल समस्या को लेकर और अधिक सहन नहीं कर सकते और उन्हें तत्काल समाधान चाहिए।
स्थानीय लोगों ने कहा, “हमने कई बार प्रशासन को अपनी समस्या से अवगत कराया है, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। अगर पांच दिन में हमारी समस्या का समाधान नहीं होता है, तो हम जलदाय मंत्री के आवास का घेराव करेंगे।”
इस विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन और राज्य सरकार ने भी स्थिति को गंभीरता से लिया है। अधिकारियों को तत्काल समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं और पेयजल सप्लाई शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है।
इस विरोध प्रदर्शन से समाज और राजनीतिक हलकों में भी हलचल मच गई है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन और राज्य सरकार इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझाएंगे और गांववासियों को राहत मिलेगी।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि पांच दिन के भीतर पेयजल समस्या का समाधान करने के प्रयास किए जाएंगे और गांववासियों की समस्याओं का निदान किया जाएगा।