Rajasthan News: जयपुर जलदाय विभाग को जल निगम में बदलने के सरकार के फैसले के विरोध में प्रदेशभर के इंजीनियर्स और कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। इस विरोध से प्रदेशभर में पेयजल सप्लाई ठप हो सकती है। जलदाय महकमे में आज सभी काम ठप रहे और इस आंदोलन के चलते दफ्तर सूने रहे।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
Rajasthan News: निजीकरण के फैसले पर विवाद गरमाया हुआ है। इंजीनियर्स और कर्मचारियों का मानना है कि निगम बनने से उनके अधिकारों को खतरा है। आज जलदाय मुख्यालय पर इंजीनियर्स इकट्ठे हुए और अपना विरोध दर्ज करवाया। राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि PHED को Water Supply and Sewerage Corporation में बदला जाए ताकि जल जीवन मिशन समेत कई प्रोजेक्ट्स में लोन मिल सके। सरकार को जल जीवन मिशन के लिए 1577 करोड़ का लोन HUDCO से मिल चुका है, लेकिन जलदाय कर्मियों को यह आशंका है कि निगम बनने से उनके अधिकारों को नुकसान हो सकता है। Chief Engineer Dinesh Goyal ने इस विरोध का समर्थन नहीं किया है।
Rajasthan News: वहीं, जलदाय मंत्री Kanhaiyalal Chaudhary ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधी हुई है। जी मीडिया ने मंत्री कन्हैयालाल चौधरी से स्पष्ट सवाल पूछे, जैसे कि क्या अवकाश के बीच इंजीनियर्स को वार्ता के लिए बुलाया जाएगा? क्या कॉरपोरेशन का फैसला वापस होगा? और निगम बनने का कितना असर इंजीनियर्स-कर्मचारियों पर पड़ेगा? लेकिन मंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया।
Rajasthan News: अगर 28 जुलाई तक सरकार ने निजीकरण का फैसला वापस नहीं लिया, तो 29 जुलाई को विधानसभा या सीएम आवास का घेराव किया जाएगा। जलदाय कर्मियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी, तो पेयजल सप्लाई पर भी असर डाला जा सकता है।