Rajasthan: जोधपुर की SDM प्रियंका बिश्नोई का 15 दिन चले इलाज के बाद अहमदाबाद के सिम्स हॉस्पिटल में निधन हो गया है। प्रियंका का निधन आज सुबह हुआ, जबकि उन्होंने पिछले लगभग 20 दिन पहले जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल में बच्चेदानी का ऑपरेशन करवाया था। परिवार ने इलाज में लापरवाही के आरोप लगाए हैं, जिसके चलते कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
प्रसंग का विवरण
प्रेमोद विज, 33 वर्षीय RAS अफसर, को 15 दिन पहले पेट में दर्द होने पर डॉक्टरों ने बच्चेदानी में गांठ होने की सूचना दी और ऑपरेशन की सलाह दी। ऑपरेशन के बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी, जिसके कारण उन्हें अहमदाबाद के सिम्स हॉस्पिटल ले जाया गया। परिवार ने वसुंधरा हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है, विशेषकर बेहोशी की दवा अधिक देने के कारण उनकी स्थिति बिगड़ने का दावा किया है।
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परिवार की मांग: जांच और जवाबदेही
प्रियंका के ससुर ने कलेक्टर गौरव अग्रवाल से मामले की जांच की मांग की थी। इसके बाद कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. भारती सरस्वत को एक जांच कमेटी गठित करने और तीन दिन में रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। परिवार ने कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि हाली झील की हालत और प्रियंका की मौत, दोनों ही विकास कार्यों की असफलता को दर्शाती हैं।
हाली झील की जर्जर स्थिति
जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल के पास स्थित हाली झील का हाल बुरा है। पिछली बार पुल के बहने के बाद लोक निर्माण विभाग ने ट्राली लगाई थी, लेकिन वह भी अब बंद हो चुकी है। ग्रामीणों ने पेड़ों की बालियों से बना अस्थायी पुल बनाकर नदी पार करना शुरू कर दिया है, जिससे उनकी जान को खतरा बना हुआ है। खाद्य सामग्री गांव तक पहुंचाने में भी बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय जनता ने कहा, “हमारे लिए यह बहुत मुश्किल हो गया है कि खाद्य सामग्री समय पर गांव तक पहुंच सके। अगर ट्राली ठीक से चलाई जाती, तो हम बिना किसी जोखिम के नदी पार कर पाते।” लोगों ने विधायक को वोट मांगने का अधिकार नहीं होने का आरोप लगाया है, और कहा है कि विकास कार्यों पर मोहर लगाई गई थी, लेकिन वास्तविक स्थिति बिल्कुल अलग है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
जोधपुर पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। अस्पताल प्रशासन ने दावा किया है कि सर्जिकल कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं था और प्रियंका की हालत स्ट्रेस के कारण बिगड़ी। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने हाली झील के आसपास सफाई अभियान शुरू किया है और शराबी अड्डों को बंद करने के लिए कदम उठाए हैं।