Kota एडवोकेट हेमंत मालव के साथ मारपीट के आरोप के मामले में सिटी एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महावीर नगर थाने के Constable Sushil Vishnoi को चार्जशीट देकर लाइन हाजिर कर दिया है। मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दो दिन पहले वकील सड़कों पर उतर आए थे और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया था।
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वकीलों का प्रदर्शन और मांग
वकीलों ने कार्य का बहिष्कार करते हुए अपने आक्रोश को व्यक्त किया और सिटी एसपी को ज्ञापन सौंपकर मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग उठाई थी। अभिभाषक परिषद के अध्यक्ष मनोज पुरी ने चेतावनी दी थी कि यदि मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो कोर्ट परिसर में पहुंचने के दौरान वकील खुद उनको दंडित करेंगे।
ज्ञापन और त्वरित कार्रवाई
अभिभाषक परिषद की ओर से सिटी एसपी को ज्ञापन सौंपा गया था, जिसमें उन्होंने इस घटना की गंभीरता को उजागर किया और त्वरित कार्रवाई की मांग की। इस प्रदर्शन और ज्ञापन का परिणाम यह हुआ कि कांस्टेबल सुशील विश्नोई को महावीर नगर थाने से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया।
पुलिस जांच और वकीलों की उम्मीदें
फिलहाल, महावीर नगर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। वकीलों का कहना है कि वे इस मामले में न्याय की उम्मीद कर रहे हैं और अगर पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो वे अपने विरोध को और तेज करेंगे।
तनाव और त्वरित कार्रवाई का असर
यह घटना Kota में पुलिस और वकीलों के बीच तनाव को बढ़ा सकती है, लेकिन सिटी एसपी द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई ने वकीलों के आक्रोश को कुछ हद तक शांत किया है। अब देखना यह है कि इस मामले की जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ और क्या कार्रवाई की जाती है।
Kota में किस घटना के कारण तनाव उत्पन्न हुआ है?
Kota में एडवोकेट हेमंत मालव के साथ मारपीट की घटना के कारण तनाव उत्पन्न हुआ है।
के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है?
Constable Sushil Vishnoi को चार्जशीट देकर महावीर नगर थाने से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया गया है।
वकीलों ने किस प्रकार विरोध व्यक्त किया?
वकीलों ने सड़कों पर उतरकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और कार्य का बहिष्कार किया।
अभिभाषक परिषद की क्या मांग थी?
अभिभाषक परिषद ने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग की थी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई का क्या असर हुआ है?
सिटी एसपी द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई ने वकीलों के आक्रोश को कुछ हद तक शांत किया है।
फिलहाल मामले की क्या स्थिति है?
फिलहाल महावीर नगर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और वकील न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।