Rajasthan:श्रीमाधोपुर इलाके के मऊ गांव में एक बार फिर लकड़बग्घा देखा गया। अलसुबह ग्रामीणों के मोबाइल कैमरे में इस लकड़बग्घा का मूवमेंट कैद हो गया। जानकारी के अनुसार, मऊ गांव में दो दिन पहले भी पहाड़ी इलाके के तलहटी के नीचे जंगलों में लकड़बग्घा का मूवमेंट देखा गया था। इस पर वन विभाग की टीम ने दिनभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिली। ग्रामीणों को वन विभाग की टीम ने अर्लट रहने और मूवमेंट दिखाई देने पर तत्काल सूचना देने के लिए कहा था।
आज अलसुबह जब पहाड़ी इलाके में खनन विभाग के दो कर्मचारी शौच के लिए जा रहे थे, तो अचानक पानी के कुचों में लकड़बग्घा मूवमेंट करता हुआ दिखाई दिया। उन्होंने तुरंत अपने मोबाइल कैमरे में उसके मूवमेंट को कैद कर लिया। जैसे ही उन्होंने शोर मचाया, लकड़बग्घा भागकर घने कुचों की ओर चला गया। ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग की टीम को सूचना दी।
सूचना मिलते ही वन विभाग के रेंजर हरि बाबू शर्मा ने टीम को रेस्क्यू करने के लिए तत्पर कर दिया। उन्होंने बताया कि लकड़बग्घा जैसे जानवर कई बार अपने समूह के साथ विचरण करते हुए आ जाते हैं। वन विभाग की टीम पूरी तरह से अर्लट है और जल्द ही लकड़बग्घा को रेस्क्यू कर पकड़ा जाएगा।
ग्रामीणों ने बताया कि आज खेतों में मृत जानवरों की हड्डियां भी मिली हैं, जो दो दिन पहले नहीं थीं। इससे यह स्पष्ट होता है कि लकड़बग्घा ने जानवरों को निशाना बनाकर उनका शिकार भी किया है। लकड़बग्घा के आने की खबर से ग्रामीण भयभीत हैं और सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
वन विभाग की टीम ने इलाके में सघन गश्त और निगरानी बढ़ा दी है। ग्रामीणों को अर्लट रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने के निर्देश दिए गए हैं। वन विभाग की टीम लगातार क्षेत्र में गश्त कर रही है और रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
इस घटना से ग्रामीणों में भय का माहौल है। लोग अपने जानवरों और परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। वन विभाग की तत्परता और सजगता की तारीफ की जा रही है, लेकिन लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द लकड़बग्घा को पकड़कर इलाके की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
वन विभाग की टीम पूरी तरह से अर्लट है और जल्द ही लकड़बग्घा को रेस्क्यू करने की योजना पर काम कर रही है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत वन विभाग को दें।