Rajasthan News: उदयपुर हिंदुस्तान जिंक ग्रुप के जवार माइंस इकाई के खनन प्रभावित क्षेत्र में आने वाले गांव के स्थानीय युवाओं को रोजगार न मिलने से आक्रोश बढ़ता जा रहा है। क्षेत्र के युवाओं ने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपकर रोजगार की मांग की है और माइंस प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
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रोजगार की मांग और वादे
Rajasthan News: युवाओं ने बताया कि वर्ष 2014 में जिंक प्रबंधन ने अयस्क खनन के लिए ग्राम पंचायतों से अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगे थे। इसके बदले में प्रबंधन ने प्रभावित पंचायतों के युवाओं को रोजगार देने सहित कई वादे किए थे, लेकिन अब तक इन वादों को पूरा नहीं किया गया है। इस वजह से स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदूषण और स्वास्थ्य समस्याएं
Rajasthan News: युवाओं ने माइंस प्रबंधन पर टेलिंग डैम की ऊँचाई बढ़ाने का भी आरोप लगाया है, जिससे पिछले कुछ सालों में क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ा है और जमीन बंजर हो गई है। प्रदूषण के कारण यहां के मवेशी अकाल मृत्यु का शिकार हो रहे हैं।
युवाओं की चेतावनी
युवाओं ने चेतावनी दी है कि अगर 20 दिनों के भीतर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे माइंस के बाहर उग्र प्रदर्शन करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस मामले पर प्रशासन ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन युवाओं का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वे अपनी मांगों को लेकर दृढ़ हैं और अगर समय पर समाधान नहीं मिला तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय समुदाय ने भी युवाओं के आक्रोश का समर्थन किया है और प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि रोजगार न मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है और वे जल्द से जल्द समाधान चाहते हैं।
निष्कर्ष
उदयपुर के जिंक माइंस में रोजगार न मिलने से युवाओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। युवाओं ने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगें रखी हैं और 20 दिन में समाधान न होने पर उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दी है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई न होने पर स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। यह आवश्यक है कि प्रशासन और माइंस प्रबंधन इस मुद्दे को गंभीरता से लें और समय पर समाधान प्रदान करें ताकि युवाओं का आक्रोश शांत हो सके और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनी रहे।