Banswara में प्रस्तावित Nuclear Power Plant को लेकर स्थानीय लोगों ने भारी विरोध शुरू कर दिया है। प्लांट के लिए जमीन खाली करवाने गई पुलिस और ग्रामीणों के बीच टकराव हो गया। विरोध कर रहे स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
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न्यूक्लियर पावर प्लांट का प्रस्ताव
बांसवाड़ा के छोटी सरवन में 2800 मेगावाट का Nuclear Power Plant लगना है, जिसके लिए 6 गांवों के करीब 3 हजार लोगों को विस्थापित किया जाना है। सरकार ने 415 करोड़ रुपये का मुआवजा देकर 553 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की है, लेकिन स्थानीय लोग मुआवजा बढ़ाने और अन्य जगह शिफ्ट होने से मना कर रहे थे।
पुलिस और ग्रामीणों के बीच टकराव
आज सुबह जब पुलिस ने ग्रामीणों को हटाने का प्रयास किया, तो विरोध में पथराव शुरू हो गया। इस झड़प में क्यूआरटी का जवान कल्पेश गरासिया और एक एसएचओ सहित कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। महिलाओं ने नेशनल हाईवे 927-A को जाम कर दिया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने बीएपी नेता हेमंत राणा समेत कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि अभी मौके पर शांति है और पुलिस और प्रशासन अपना काम कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, वे विस्थापित नहीं होंगे।
स्थानीय निवासियों की मांगें
स्थानीय निवासियों की मांग है कि मुआवजा बढ़ाया जाए और उन्हें बेहतर स्थान पर पुनर्वासित किया जाए। उनका कहना है कि उनकी जमीनें और घर छोड़ना उनके लिए बहुत कठिन है और वे तब तक विरोध जारी रखेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।
निष्कर्ष
बांसवाड़ा में Nuclear Power Plant के खिलाफ यह विरोध स्थानीय निवासियों की समस्याओं और चिंताओं को उजागर करता है। सरकार और प्रशासन को इन मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए और समाधान निकालना चाहिए ताकि स्थिति सामान्य हो सके और विकास कार्य बिना किसी बाधा के आगे बढ़ सके।
बांसवाड़ा में विरोध किसके खिलाफ है?
बांसवाड़ा में विरोध प्रस्तावित Nuclear Power Plant के खिलाफ है।
विरोध के दौरान क्या हुआ?
पुलिस और ग्रामीणों के बीच टकराव हो गया, जिसमें पथराव और लाठीचार्ज हुआ।
स्थानीय निवासियों की मुख्य मांगें क्या हैं?
स्थानीय निवासियों की मुख्य मांगें मुआवजा बढ़ाने और बेहतर स्थान पर पुनर्वासित करने की हैं।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की है?
पुलिस ने बीएपी नेता हेमंत राणा समेत कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया।
स्थिति अब कैसी है?
एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि अभी मौके पर शांति है और पुलिस और प्रशासन अपना काम कर रहे हैं।