Rajasthan News: सरकारी कर्मचारियों (Government Employees) के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यक्रमों (Activities) में शामिल होने के प्रतिबंध (Ban) को हटाने के फैसले (Decision) पर भाजपा (BJP) और संघ नेताओं (RSS Leaders) ने स्वागत (Welcome) किया है, जबकि विपक्ष (Opposition) ने इसका कड़ा विरोध (Strong Opposition) किया है।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
Rajasthan News: भाजपा और संघ का स्वागत
भाजपा नेताओं (BJP Leaders) और संघ के पदाधिकारियों (RSS Officials) ने इस निर्णय (Decision) को ऐतिहासिक (Historic) बताते हुए कहा कि इससे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था (Democratic System) को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख (All India Publicity Chief) सुनील अंबेडकर (Sunil Ambedkar) ने कहा कि संघ (RSS) पिछले 99 वर्षों से राष्ट्र के पुनर्निर्माण (Nation Building) और समाज सेवा (Social Service) में सक्रिय (Active) है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार (Previous Government) ने अपने राजनीतिक स्वार्थों (Political Interests) के चलते शासकीय कर्मचारियों (Government Employees) को संघ की गतिविधियों (Activities) में भाग लेने से प्रतिबंधित (Restricted) किया था। अब इस प्रतिबंध (Ban) को हटाकर एक सही निर्णय (Correct Decision) लिया गया है।
नेताओं की प्रतिक्रियाएं
राज्य विधानसभा (State Assembly) के मुख्य सचेतक (Chief Whip) जोगेश्वर गर्ग (Jogeshwar Garg) ने कहा कि संघ (RSS) एक राष्ट्रवादी (Nationalist) और सकारात्मक सोच वाली संस्था (Positive Thinking Organization) है। उन्होंने कांग्रेस (Congress) पर आरोप (Allegation) लगाया कि उसने अपने राजनीतिक हितों (Political Interests) के चलते संघ (RSS) को कमजोर करने का प्रयास (Attempt) किया। गर्ग (Garg) ने कहा कि वह खुद सरकारी कर्मचारी (Government Employee) रहे हैं और कभी ऐसे सर्कुलर (Circular) की परवाह (Care) नहीं की।
जल संसाधन मंत्री (Water Resources Minister) सुरेश सिंह रावत (Suresh Singh Rawat) ने भी इस निर्णय (Decision) का स्वागत (Welcome) करते हुए कहा कि संघ (RSS) समाज के अंतिम छोर (Last Person in Society) पर खड़े व्यक्ति (Person) का निर्माण (Development) करने में लगा है और केंद्र सरकार (Central Government) के इस निर्णय (Decision) से संघ (RSS) को और मजबूत (Strengthen) किया जाएगा।
विपक्ष की आपत्ति
दूसरी ओर, नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition) टीकाराम जूली (Tikaram Juli) ने इस फैसले (Decision) पर ऐतराज (Objection) जताते हुए कहा कि यह सरकारी कर्मचारियों (Government Employees) को संघ (RSS) जैसी संस्थाओं (Organizations) से जोड़ने का प्रयास (Attempt) है, जो सार्थक (Meaningful) नहीं होगा। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों (Government Employees) को सलाह (Advice) दी कि वे इन गतिविधियों (Activities) से दूर रहें।
निष्कर्ष
सरकारी कर्मचारियों (Government Employees) के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यक्रमों (Activities) में शामिल होने के प्रतिबंध (Ban) को हटाने का फैसला (Decision) भाजपा (BJP) और संघ (RSS) के लिए स्वागत योग्य (Welcomed) है, जबकि विपक्ष (Opposition) इसे अनुचित (Inappropriate) मान रहा है। यह निर्णय (Decision) देश की राजनीतिक (Political) और सामाजिक (Social) स्थिति (Scenario) को प्रभावित (Affect) कर सकता है।