सीकर की लोकसभा सीट पर इस बार का चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है। भाजपा के सुमेधानंद सरस्वती और इंडिया गठबंधन के अमराराम के बीच कांटे की टक्कर हो रही है।
भाजपा लगातार तीसरी बार जीत की उम्मीद लगाए हुए है, जबकि अमराराम इस बार गठबंधन की ओर से जीत का दावा कर रहे हैं। 4 जून को मतगणना के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि सीकर का सरताज कौन बनेगा।
प्रशासन ने मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। एसके कॉलेज में सुबह 8 बजे से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतगणना शुरू होगी। इस बार सीकर लोकसभा सीट पर कुल 14 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा के सुमेधानंद सरस्वती और इंडिया गठबंधन के माकपा उम्मीदवार अमराराम के बीच है।
सीकर लोकसभा सीट पर जाट बाहुल्य मतदाताओं का प्रभाव है। इसके साथ ही एससी-एसटी, मुस्लिम, राजपूत, ब्राह्मण और महाजन सहित अन्य जातियों के मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। कांग्रेस ने इस बार अपना प्रत्याशी नहीं उतारा और यह सीट माकपा के खाते में दे दी। गठबंधन की ओर से अमराराम ने किसानों, बेरोजगारों और मजदूरों के मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ा।
इस बार के चुनाव में सीकर लोकसभा क्षेत्र में करीब 57.53% मतदान हुआ, जो पिछले चुनावों के मुकाबले करीब 7% कम है। अब देखना यह है कि कम मतदान प्रतिशत का फायदा किसे मिलता है और नुकसान किसको झेलना पड़ता है।
मतगणना के लिए प्रशासन ने लगभग 175 टेबल्स की व्यवस्था की है। चुनाव परिणाम की जानकारी बड़ी स्क्रीन पर भी लोगों को दिखाई जाएगी। गर्मी को ध्यान में रखते हुए मतगणना स्थल पर कूलर, पंखे और ठंडे पेयजल की व्यवस्था भी की गई है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार मुकाबला कड़ा है और दोनों ही प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। लेकिन असली परिणाम 4 जून को मतगणना के बाद ही स्पष्ट होगा।