Rajasthan News: कोटपूतली (राजस्थान) – सरकार द्वारा जलदाय विभाग का privatization of Water Department के माध्यम से निजीकरण करने के निर्णय का विरोध जोर पकड़ने लगा है। कोटपूतली जिले में जलदायकर्मियों ने जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया और रैली निकालकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए इस निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग की।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
Rajasthan News: निजीकरण का असर
प्रदर्शन के दौरान जलदायकर्मियों ने बताया कि सरकार का यह निर्णय गलत है और इससे आम जनता के साथ-साथ विभाग पर भी राजस्व का अतिरिक्त भार पड़ेगा। RWSSC (Rajasthan Water Supply and Sewerage Corporation) के माध्यम से जलदाय विभाग की सस्ती और सुलभ सेवाएं प्रभावित होंगी, जिससे जनता को मिलने वाली सुविधाओं में कमी आ सकती है। जल जीवन मिशन योजना के तहत पानी पहुंचाने की योजना पर भी इस निर्णय का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
सेवाओं की गुणवत्ता पर प्रभाव
जलदायकर्मियों का कहना है कि निजीकरण से सेवाओं की गुणवत्ता पर भी असर पड़ेगा, जिससे आमजन को परेशानी होगी। उन्होंने सरकार से अपील की कि वह इस निर्णय पर पुनर्विचार करे और इसे तुरंत रोके। Kotputli protest against privatization में जलदायकर्मियों ने अपने संघर्ष को जारी रखने का संकल्प लिया है और कहा है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि इस निर्णय के खिलाफ पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
एकजुटता और नारेबाजी
Rajasthan News: इस दौरान प्रदर्शन में बड़ी संख्या में जलदायकर्मी मौजूद रहे, जो अपने साथियों के समर्थन में एकजुट होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। Water department employees united against privatization ने अपने ज्ञापन में सरकार से अपील की है कि वह जनहित को ध्यान में रखते हुए निजीकरण के इस निर्णय को तुरंत वापस ले।