Britannia का नाम आज हर घर में जाना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस विश्वप्रसिद्ध कंपनी की शुरुआत कैसे हुई? ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज की कहानी भारत की स्वतंत्रता से भी पुरानी है। यह कंपनी, जिसकी शुरुआत 1892 में केवल 295 रुपये की पूंजी से कोलकाता में एक छोटी सी दुकान से हुई थी, आज 60 देशों में अपने उत्पादों के लिए मशहूर है।
शुरुआत और विकास की कहानी
ब्रिटिश व्यापारियों द्वारा स्थापित इस कंपनी ने शुरुआत में एक छोटे घर में बिस्किट बनाना शुरू किया था। 1910 में, कंपनी ने इलेक्ट्रिक मशीनरी की मदद से अपने बिस्किट उत्पादन को दोगुना कर दिया। 1921 में, बढ़ती मांग और राजस्व के कारण, कंपनी ने औद्योगिक गैस ओवन का आयात शुरू किया और 1924 में मुंबई में एक बड़ा प्लांट स्थापित किया। इसके बाद, ब्रिटानिया की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, कंपनी के बिस्किट्स को भारतीय और सहयोगी सैनिकों के लिए बड़े पैमाने पर ऑर्डर मिला, जिसने कंपनी को और ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
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प्रसिद्ध बिस्किट्स और कंपनी का विस्तार
ब्रिटानिया ने अपने उत्पादों में विविधता लाते हुए 1955 में बॉर्बन और 1963 में ब्रिटानिया केक लॉन्च किया। 3 अक्टूबर 1979 को, कंपनी का नाम बदलकर ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड कर दिया गया। आज, कंपनी के संचालन 60 से अधिक देशों में फैले हुए हैं। हालांकि कंपनी ने डेयरी सहित अन्य उत्पाद श्रेणियों में भी कदम रखा है, लेकिन उसकी 80% आय अब भी बिस्किट्स की बिक्री से होती है।
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ब्रिटानिया का मौजूदा स्थिति और प्रमुख घटनाएं
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड का बाजार पूंजीकरण अब 1.29 लाख करोड़ रुपये आंका गया है, और इसका नेतृत्व नुस्ली वाडिया कर रहे हैं। हाल ही में, कंपनी ने कोलकाता के ताराताला में स्थित अपने प्रसिद्ध बिस्किट प्लांट को बंद करने की घोषणा की, जो एक महत्वपूर्ण कदम था। हालांकि, इस घोषणा का कंपनी के शेयरों पर कोई खास असर नहीं पड़ा और मंगलवार को ब्रिटानिया का शेयर 1% बढ़कर 5,370 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
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