जब आपके पास एक स्पष्ट लक्ष्य और दृढ़ मानसिकता हो, तो उम्र महज एक संख्या बन जाती है। यह सफलता की कहानी दिखाती है कि जुनून और कड़ी मेहनत से उम्र के किसी भी पड़ाव पर असाधारण उपलब्धियां हासिल की जा सकती हैं। मिलिए Krishnadas Paul से, जिन्होंने 60 साल की उम्र में अपनी कंपनी SAJ Food की स्थापना की, जिसका नाम उनके बच्चों शर्मिष्ठा, अर्पण और जयीता के नाम पर रखा गया है।
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Krishnadas Paul का मुख्य उद्देश्य शुगर-फ्री बिस्कुट बनाना था, जिसने 2000 में बिस्क फार्म की स्थापना की। हालांकि, कंपनी के लिए सफलता का सफर आसान नहीं था और बिस्क फार्म को 15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। लेकिन कृष्णदास पॉल ने पूर्वी भारत पर ध्यान केंद्रित किया और सात नई बिस्कुट किस्मों को अनोखे स्थानीय स्वादों के साथ पेश किया। इस कदम ने उनके बिस्कुटों को पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार और ओडिशा में लोकप्रिय बना दिया।
महामारी के दौरान अर्पण पॉल ने संभाली कमान
दुर्भाग्यवश, 2010 में कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान कृष्णदास पॉल का निधन हो गया। हालांकि, उनका सपना अभी भी जीवित है। उनके बेटे अर्पण पॉल ने कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कंपनी की बागडोर संभाली और अपने पिता के विजन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। SAJ Food ने आर्थिक वर्ष 2023 को 2100 करोड़ रुपये के टर्नओवर के साथ समाप्त किया, जैसा कि इकोनॉमिक टाइम्स ने बताया है।
प्रारंभिक जीवन
Krishnadas Paul का जन्म पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले के कामरकिता गांव में हुआ था। कानून की पढ़ाई के बाद उन्होंने अपने पिता की ट्रेडिंग और डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी में शामिल हो गए, जिसे 1947 में स्थापित किया गया था। जब परिवार का व्यवसाय उनके पांच भाइयों के बीच विभाजित हुआ, तो कृष्णदास पॉल ने 1974 में अपनी कंपनी अपर्णा एजेंसी शुरू की।
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उन्होंने नेस्ले, डाबर और रेकिट एंड कॉलमैन जैसी कंपनियों के उत्पादों का वितरण शुरू किया। 2000 में उन्होंने बिस्क फार्म की स्थापना की, जो अब पांच फैक्ट्रियों के साथ संचालित होता है। यह पूर्वी भारत में ब्रिटानिया के बाद दूसरा सबसे बड़ा बिस्कुट ब्रांड है।
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