Ruchi Sanghvi Success Story: IIT बॉम्बे से फेसबुक की पहली महिला इंजीनियर बनने और कोव के अधिग्रहण तक का प्रेरणादायक सफर

Ruchi Sanghvi का नाम भारतीय महिलाओं के बीच एक ऐसी मिसाल के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने तकनीकी क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित किया है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे से पढ़ाई पूरी करने के बाद, रुचि संघवी ने एक ऐसा सफर तय किया जिसने उन्हें दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक में पहली महिला इंजीनियर के रूप में स्थापित किया।

शुरुआत का सफर

रुचि संघवी का जन्म और परवरिश पुणे, महाराष्ट्र में हुई। उनके पिता एक सफल व्यवसायी थे, जो चाहते थे कि रुचि अपने पैरों पर खड़ी हो। रुचि की पढ़ाई शुरू से ही बहुत अच्छी थी और उनके माता-पिता ने उनकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया। रुचि ने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद IIT बॉम्बे में दाखिला लिया, जहां उन्होंने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।

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IIT बॉम्बे से स्नातक होने के बाद, रुचि संघवी ने अपना करियर शुरू किया और जल्द ही सिलिकॉन वैली की दुनिया में कदम रखा। तकनीकी क्षेत्र में रुचि की गहरी समझ और उनकी मेहनत ने उन्हें जल्द ही एक प्रमुख स्थान दिलाया। कुछ समय के बाद, उन्हें फेसबुक में एक इंजीनियर के रूप में काम करने का मौका मिला, और यहीं से उनकी असली यात्रा शुरू हुई।

फेसबुक में सफलता

फेसबुक में रुचि संघवी ने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया। वे फेसबुक में शामिल होने वाली पहली महिला इंजीनियर थीं, और यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। फेसबुक में काम करते हुए, उन्होंने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम किया, जिनमें ‘न्यूज फीड’ की शुरुआत भी शामिल थी। उनकी सोच और तकनीकी ज्ञान ने फेसबुक को एक नई दिशा दी।

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रुचि संघवी ने फेसबुक में सिर्फ इंजीनियरिंग ही नहीं की, बल्कि अपनी प्रबंधकीय और नेतृत्व क्षमता का भी प्रदर्शन किया। उनकी मेहनत और समर्पण के कारण फेसबुक में उन्हें बेहद सम्मानित और महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिला। लेकिन रुचि संघवी की महत्वाकांक्षाएं यहीं तक सीमित नहीं थीं।

कोव की स्थापना और ड्रॉपबॉक्स तक का सफर

फेसबुक में कई साल बिताने के बाद, रुचि संघवी ने अपने नए सपनों का पीछा करने का फैसला किया। उन्होंने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर ‘कोव’ नामक एक स्टार्टअप की शुरुआत की। कोव एक ऐसा प्लेटफॉर्म था जो उपयोगकर्ताओं को उनकी डिजिटल जानकारी को बेहतर तरीके से व्यवस्थित और साझा करने की सुविधा प्रदान करता था।

कोव की सफलता जल्द ही तकनीकी जगत में चर्चा का विषय बन गई। कुछ समय बाद, ड्रॉपबॉक्स जैसी बड़ी कंपनी ने कोव को अधिग्रहित कर लिया। यह रुचि संघवी के लिए एक और बड़ी उपलब्धि थी, क्योंकि उन्होंने अपने स्टार्टअप को एक बड़े ब्रांड के साथ जोड़ा। इस अधिग्रहण ने रुचि संघवी को तकनीकी दुनिया में और भी प्रतिष्ठित बना दिया।

सफलता की कहानी

रुचि संघवी की कहानी न केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता की कहानी है, बल्कि यह उन सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है जो तकनीकी क्षेत्र में अपने सपनों को पूरा करना चाहती हैं। रुचि संघवी ने यह साबित कर दिया कि अगर आपके पास जुनून और दृढ़ संकल्प है, तो आप किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

उनकी यह यात्रा हमें यह सिखाती है कि कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती, बस आपको अपनी मेहनत और विश्वास पर भरोसा करना होता है। आज, रुचि संघवी न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया की महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल हैं, जिन्होंने अपने काम से साबित किया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं।

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विभोर अग्रवाल एक अनुभवी और समर्पित पत्रकार हैं, जो सभी प्रकार की खबरों को कवर करते हैं, चाहे वह स्थानीय हों या हाइपरलोकल। उनकी रिपोर्टिंग में सटीकता और विश्वसनीयता की झलक मिलती है। विभोर का मुख्य उद्देश्य हर महत्वपूर्ण समाचार को समझकर उसे अपने दर्शकों तक पहुँचाना है। उनकी मेहनत और निष्पक्षता ने उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में एक विशेष पहचान दिलाई है।
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