MP News: भिंड (Bhind): भिंड (Bhind) की अटेर विधानसभा (Ater Assembly) के रिदौली गांव (Ridouli Village) में सड़क निर्माण (Road Construction) के चलते पुलिस (Police) और प्रशासन (Administration) की टीम ने बिना सूचना (Without Notice) और नोटिस (Notice) के एक घर को जमींदोज (Demolition) कर दिया, जिसे लेकर भिंड भाजपा विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा (Bhind BJP MLA Narendra Singh Kushwaha) ने अटेर थाना प्रभारी (Ater Thana Incharge) को जमकर फटकार (Reprimand) लगाई। उन्होंने आरोप (Allegation) लगाया कि प्रशासन (Administration) ने अवैध रूप (Illegally) से ग्राम आबादी (Village Population) में स्थित मकान (House) को अतिक्रमण (Encroachment) बता कर तोड़ा और इस कार्यवाही (Action) में प्रशासन (Administration) का सहयोग (Cooperation) किया।
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MP News: पीड़ित परिवार का आरोप
पीड़ित परिवार (Victim Family) का आरोप (Allegation) है कि उनका घर ग्राम आबादी (Village Population) में स्थित था, लेकिन पुरानी और राजनीतिक रंजिश (Old and Political Enmity) के चलते उसे जमींदोज (Demolished) किया गया। परिजनों (Family Members) को घर से सामान (Belongings) भी बाहर निकालने का मौका (Opportunity) नहीं दिया गया, जिससे कूलर (Cooler), टीवी (TV), फ्रिज (Fridge), एयर कंडीशनर (Air Conditioner) सहित खाने-पीने का सामान (Food Items) भी बर्बाद (Destroyed) हो गया। इस घटना (Incident) की जानकारी (Information) मिलते ही विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा (MLA Narendra Singh Kushwaha) मौके पर (On Spot) पहुंचे और बुलडोज़र कार्रवाई (Bulldozer Action) पर सवाल (Questions) उठाए।
विधायक की नाराजगी
विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा (MLA Narendra Singh Kushwaha) ने अटेर थाना प्रभारी (Ater Thana Incharge) से फोन पर नाराजगी (Anger) जाहिर (Expressed) करते हुए कहा कि प्रशासन (Administration) की इस प्रकार की एक पक्षीय कार्रवाइयों (One-Sided Actions) से हत्या (Murder) जैसी जघन्य अपराधिक घटनाएं (Heinous Crimes) सामने आ सकती हैं। उन्होंने भिंड कलेक्टर (Bhind Collector) और पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) से बात (Talked) कर इस कार्रवाई (Action) को गलत (Wrong) बताया और पीड़ित पक्ष (Victim Party) की एफआईआर (FIR) दर्ज (File) कराने की मांग (Demand) की।
महिलाओं का आरोप
पीड़ित महिलाओं (Victim Women) ने आरोप (Allegation) लगाया कि जब वे कार्रवाई (Action) रोकने (Stop) आईं तो उनके साथ धक्का-मुक्की (Pushed) कर उन्हें भगा (Drove) दिया गया और उनका पूरा घर (House) जमींदोज (Demolished) कर दिया गया। अब उनके पास इस बरसात (Rain) में सर छुपाने (Shelter) की भी जगह (Place) नहीं है।
प्रशासन का मौन
हालांकि, इस मामले (Case) पर पुलिस (Police) अथवा प्रशासन (Administration) का कोई भी अधिकारी (Officer) कैमरे (Camera) पर बोलने (Speak) के लिए तैयार (Ready) नहीं हुआ।
समाप्ति
यह घटना (Incident) प्रशासनिक लापरवाही (Administrative Negligence) और एक पक्षीय कार्रवाइयों (One-Sided Actions) की ओर संकेत (Indicate) करती है। विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा (MLA Narendra Singh Kushwaha) का इस मामले (Case) में सक्रिय (Active) होकर सवाल उठाना (Raise Questions) और पीड़ित परिवार (Victim Family) के समर्थन (Support) में खड़ा होना (Stand) महत्वपूर्ण (Important) है। प्रशासन (Administration) को इस प्रकार की कार्रवाइयों (Actions) में पारदर्शिता (Transparency) और संवेदनशीलता (Sensitivity) बरतनी चाहिए।