M P News: भोजशाला सर्वे की 2000 पन्नों की रिपोर्ट इंदौर हाई कोर्ट में पेश, 98 दिनों में मिले 1700 से अधिक अवशेषइंदौर हाई कोर्ट में Bhojshala Survey Report के रूप में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) ने भोजशाला सर्वे की दो हजार पेज की रिपोर्ट पेश की है। यह सर्वे 98 दिनों तक चला और इसमें 1700 से अधिक अवशेष और प्रमाण मिले हैं। इस व्यापक सर्वे में GPS, GRS और कार्बन डेटिंग जैसी तकनीकों का उपयोग किया गया।
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सर्वे की विस्तृत जानकारी
M P News: रिपोर्ट के अनुसार, सर्वे में मिले अवशेषों और प्रमाणों का विस्तृत विश्लेषण किया गया है, जो भोजशाला के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को उजागर करते हैं। कोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट्स पर पाबंदी लगाते हुए निर्देश दिए हैं कि इस मामले की जानकारी सार्वजनिक न की जाए, जब तक कि सभी पक्षों की सुनवाई पूरी न हो जाए। Indore High Court में यह रिपोर्ट पेश की गई है जो भोजशाला के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को और गहराई से समझने में मदद करेगी।
भोजशाला का महत्व
M P News: भोजशाला एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल है, जो समय-समय पर विवादों का केंद्र रहा है। ASI Findings से उम्मीद है कि इस स्थल के इतिहास और संरचना के बारे में नई जानकारियां सामने आएंगी। रिपोर्ट में शामिल 1700 से अधिक अवशेष और प्रमाण इस स्थल की पुरातात्विक महत्व को और भी अधिक महत्वपूर्ण बनाते हैं।
तकनीकी उपयोग और निष्कर्ष
ASI की टीम ने 98 दिनों के इस सर्वे में जीपीएस और जीआरएस तकनीकों का उपयोग करके स्थल का विस्तृत सर्वेक्षण किया। इसके साथ ही, कार्बन डेटिंग तकनीक से मिले अवशेषों की उम्र का निर्धारण किया गया। Archaeological Discoveries की यह विस्तृत रिपोर्ट भोजशाला के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
मीडिया पर पाबंदी और न्याय प्रक्रिया
इस रिपोर्ट के पेश होने के बाद कोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट्स पर पाबंदी लगाई है ताकि मामले की सुनवाई निष्पक्ष और संतुलित तरीके से हो सके। इस पाबंदी का उद्देश्य है कि मामले से जुड़ी किसी भी जानकारी को सार्वजनिक होने से रोका जाए, जो न्याय प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है। Historical Site Survey का यह परिणाम भोजशाला की ऐतिहासिक महत्व को और भी स्पष्ट करेगा।
निष्कर्ष
भोजशाला सर्वे की दो हजार पन्नों की रिपोर्ट इंदौर हाई कोर्ट में पेश की गई है, जिसमें 1700 से अधिक अवशेष और प्रमाण शामिल हैं। ASI की इस विस्तृत रिपोर्ट से भोजशाला के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में नई जानकारियाँ सामने आएंगी। यह रिपोर्ट न्याय प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और भोजशाला के महत्व को उजागर करेगी।