Madhya PradeshNews: भोपाल, मध्य प्रदेश: शहर में हाल ही में हुई दो घंटे की बारिश ने प्रशासन द्वारा किए गए जल भराव को रोकने के दावों और वादों की पोल खोल दी है। बारिश के दौरान कई प्रमुख सड़कों और निचले इलाकों में भारी जल भराव देखा गया, जिससे आम जनता को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। यह स्थिति बताती है कि administration के दावे और वादे कितने कमजोर हैं और drainage problems में कितनी खामियाँ हैं।
शहर के विभिन्न हिस्सों में जल भराव के कारण यातायात जाम हो गया, जिससे ऑफिस जाने वाले लोगों, स्कूल जाने वाले बच्चों और सामान्य नागरिकों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि प्रशासन हर साल मानसून से पहले बड़े-बड़े वादे करता है, लेकिन जब बारिश होती है तो ये दावे खोखले साबित होते हैं।
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एक स्थानीय निवासी ने बताया, “प्रशासन केवल कागजी कार्रवाई करता है और ज़मीनी स्तर पर कुछ नहीं करता। बारिश के पानी में हमें अपनी गाड़ियाँ धकेलनी पड़ती हैं और जल भराव के कारण कई दुर्घटनाएँ भी हो चुकी हैं।”
Impact of Recent Rainfall in Bhopal
प्रशासन ने हालांकि कहा है कि वे इस समस्या को जल्द ही हल करेंगे और जल निकासी की बेहतर व्यवस्था करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी दिनों में waterlogging वाले क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जाएगा और त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
Administrative Failures and Public Response
लेकिन स्थानीय जनता प्रशासन की बातों पर भरोसा नहीं कर पा रही है। वे मांग कर रहे हैं कि administration अपने दावों को ज़मीनी हकीकत में बदलकर दिखाए, ताकि भविष्य में उन्हें इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।
Drainage Problems and Traffic Congestion
भारी जल भराव के कारण शहर की प्रमुख सड़कों पर यातायात जाम हो गया। इसका असर ऑफिस जाने वाले लोगों, स्कूल जाने वाले बच्चों और सामान्य नागरिकों पर पड़ा।
Local Resident Complaints
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर केवल कागजी कार्रवाई करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ground level पर कोई काम नहीं होता, जिससे बारिश के पानी में गाड़ियाँ धकेलनी पड़ती हैं और दुर्घटनाएँ भी होती हैं।