छतरपुर में बीजेपी नेता हरिओम अग्निहोत्री पर सहकारी समिति के माध्यम से केसीसी लोन के तहत 15 लाख रुपये के घोटाले का आरोप लगाया गया है। कांग्रेस प्रवक्ता दीप्ति पांडे ने बीजेपी नेता पर यह आरोप लगाया कि उन्होंने 2017 में केसीसी खातों का दुरुपयोग करते हुए अपने परिवार के पांच सदस्यों के खातों में नियम विरुद्ध केसीसी लोन की राशि डाली। दीप्ति पांडे ने इस घोटाले के दस्तावेज मीडिया के सामने पेश किए।
कांग्रेस प्रवक्ता दीप्ति पांडे ने बताया कि हरिओम अग्निहोत्री, जो सहकारी समिति डिकोली के सेल्समैन भी हैं, ने अपने पिता, पत्नी, दो बेटों और बहू के खातों में केसीसी लोन की राशि डालकर घोटाला किया। उनकी पत्नी विध्या पटैरिया जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। दीप्ति पांडे ने इस बड़े घोटाले की शिकायत मुख्यमंत्री सहित कोऑपरेटिव बैंक से जुड़े अधिकारियों से भी की है।
दीप्ति पांडे ने इस मामले को मुख्यमंत्री को एक्स (ट्विटर) पर ट्वीट किया, जिसके बाद कोऑपरेटिव बैंक में हड़कंप मच गया। तुरंत प्रभाव से जिला कोऑपरेटिव बैंक को रात में ही खोला गया और सीएम हाउस से इस शिकायत के आधार पर भ्रष्टाचार के दस्तावेज मांगे गए।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए दीप्ति पांडे ने कहा, “हमने इस घोटाले के सभी दस्तावेज़ मीडिया के सामने पेश किए हैं और उम्मीद है कि मुख्यमंत्री और संबंधित अधिकारी जल्द ही इस पर कार्रवाई करेंगे। इस तरह के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
जीएम सहकारी बैंक, आर एस भदौरिया ने बताया कि “शिकायत मिलते ही हमने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है और सभी दस्तावेजों की जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
इस घटना ने छतरपुर में राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। बीजेपी नेता हरिओम अग्निहोत्री पर लगे आरोपों की जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। फिलहाल, सभी की निगाहें इस मामले में आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।