MP News: ‘ग्वालियर’ झांसी रोड थाना अंतर्गत नाका चंद्रवदनी इलाके में रहने वाले ऑटो चालक कमल किशोर कुशवाह ने आरपीएफ की प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों ने आरपीएफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसके चलते गुस्साए लोगों ने झांसी रोड चौराहे पर चक्का जाम किया। मृतक कमल किशोर के रिश्तेदारों का कहना है कि आरपीएफ जवानों ने ऑटो छोड़ने के एवज में 50 हजार रुपए की मांग की थी और जब कमल के पास पैसे नहीं थे, तो उसकी पत्नी को गारंटी के तौर पर थाने में बैठा लिया गया था।
ऑटो चोरी की घटना और आरपीएफ का व्यवहार
कुछ दिनों पहले कमल किशोर का ऑटो चोरी हो गया था, जिसकी सूचना उन्होंने पड़ाव थाने में दी थी। बाद में ऑटो आरपीएफ थाने के बाहर खड़ा मिला, लेकिन जब कमल ने इसे लेने की कोशिश की, तो आरपीएफ जवानों ने 50 हजार रुपए की मांग की। इसी दबाव और प्रताड़ना से आहत होकर कमल किशोर ने आत्महत्या का रास्ता चुना।
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चक्का जाम और पुलिस की कार्रवाई
कमल किशोर की मौत के बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने झांसी रोड पर चक्का जाम कर दिया। इस घटना से यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ। चक्का जाम करने वालों ने आरोपी आरपीएफ जवानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग उठाई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटवाया।
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पुलिस जांच और आश्वासन
सीएसपी हिना खान ने बताया कि मृतक के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों को विवेचना में शामिल किया जाएगा और जांच के बाद विधि संगत कार्रवाई की जाएगी। तहसीलदार अनिल राघव ने परिजनों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों को शासन स्तर पर रखा जाएगा। हालांकि, चक्का जाम खत्म हो गया है, लेकिन इस घटना ने आरपीएफ की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आरपीएफ की कार्यप्रणाली की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, और परिजनों को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन हर संभव प्रयास करेगा।
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