Chitrakoot के पद्म विभूषण जगद्गुरु रामभद्राचार्य महराज ने संसद में राहुल गांधी द्वारा हिंदू धर्म को लेकर दिए गए विवादित बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विक्षिप्त हो गए हैं और उन्हें भारतीय संस्कृति का कोई ज्ञान नहीं है।
Chitrakoot जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महराज ने स्पष्ट किया कि हिंदू कभी हिंसक नहीं होता है। उन्होंने हिंदू शब्द का अर्थ बताया, जिसमें “हि” का मतलब हिंसा और “दू” का मतलब नष्ट करना होता है, यानी हिंसा का नाश करना। उन्होंने कहा कि हिंसक यह लोग हैं, जिन्होंने बड़े-बड़े महापुरुषों की हिंसा करवाई है।
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MP News: जगद्गुरु ने आरोप लगाया कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी से लेकर ललित नारायण मिश्रा तक, इनकी पार्टी ने महाविभूतियों की हिंसा करवाई है। उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु का भी जिक्र किया और आरोप लगाया कि उसमें भी इनका परिवार शामिल था।
उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म ने राम जी का मंदिर बनाकर जगत का उपकार किया है, जबकि इनके कार्यकाल में बंगाल और 1990 में निहत्ते राम भक्तों पर की गई हिंसा का उल्लेख किया।
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Chitrakoot: जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने राहुल गांधी के नेतृत्व को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि उनका हाथ अभय मुद्रा में नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और अत्याचार में लिप्त है। उन्होंने राहुल गांधी पर जनता को गुमराह करने का भी आरोप लगाया और कहा कि एक तरफ वे हिंदुओं को गाली दे रहे हैं,
जबकि दूसरी तरफ खुद को ब्राह्मण बताकर जनेऊ पहनते हैं। उन्होंने राहुल गांधी के पूर्वजों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके दादी के पिता स्वयं कहते थे कि वह दुर्भाग्य से हिंदू हैं, और उन्होंने पारसी से विवाह किया था।
MP News: जगद्गुरु ने कहा कि राहुल गांधी के दादाजी फिरोज गांधी पारसी थे, इसलिए राहुल स्वयं हिंदू नहीं हैं। अंत में उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की जनता इस अपमान का बदला राहुल गांधी से लेगी। उनका यह बयान राहुल गांधी के हिंदू धर्म पर विवादित टिप्पणी के बाद आया है, जिससे राजनीतिक माहौल और गरमा गया है।
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