Madhya Pradesh: यदि आपको दुनिया के सबसे गरीब परिवार से मिलना है, तो वह मध्यप्रदेश के सागर जिले में बंडा तहसील के गांव घोघरा में रहता है, जिसकी सालाना आय महज 2 रुपये है। यह सुनकर चौंकिए नहीं! यह सच है, और इस राशि का जिक्र प्रशासन द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र में किया गया है।
Madhya Pradesh: परिवार का दावा
इस परिवार का मुखिया बलराम चढ़ार ने बताया कि उनके पास सालाना कमाई मात्र 2 रुपये का प्रमाण पत्र है, जिसे खुद बंडा के तहसीलदार ने साइन कर जारी किया है। बलराम के अनुसार, उन्होंने आय प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, जिसमें उन्होंने अपनी सालाना आय 40,000 रुपये दर्ज कराई थी। लेकिन तहसील के बाबू ने गलती से इसे मात्र 2 रुपये अंकित कर दिया।
प्रशासनिक लापरवाही
इस मामले में तहसीलदार की लापरवाही का खामियाजा बलराम चढ़ार को भुगतना पड़ रहा है। उनके बेटे सौरभ चढ़ार को स्कॉलरशिप नहीं मिल पा रही है, क्योंकि जब भी वह आवेदन करता है, तो गलत आय प्रमाण पत्र के कारण उसे खारिज कर दिया जाता है।
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अधिकारियों की प्रतिक्रिया
बंडा तहसील के मौजूदा तहसीलदार महेंद्र सिंह चौहान ने इस मामले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह मामला उनकी पदस्थापना से पहले का है, और वह इस बात की जांच कर रहे हैं कि ऐसा प्रमाण पत्र कैसे जारी हो गया। चौहान ने आश्वासन दिया कि संबंधित को सुधार कर नया संशोधित प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
हालांकि, जब तक नया प्रमाण पत्र जारी नहीं होता, तब तक बलराम चढ़ार को दुनिया के सबसे गरीब परिवार के रूप में इस अनचाहे रिकॉर्ड का सामना करना पड़ेगा।