MP News: मंडला जिले में गौमांस मिलने के मामले में पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई और अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाने की घटना पर मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का बयान सामने आया है। उन्होंने इस मामले में एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि साधुओं की सामूहिक हत्या पर ओवैसी ने कभी कुछ नहीं कहा और उनके लोग हर जगह अपराध में लिप्त पाए जाते हैं।
मंडला में पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव में कुछ लोग अवैध रूप से गौमांस का व्यापार कर रहे हैं। पुलिस ने जब कार्रवाई की, तो वहां से गौमांस बरामद हुआ, जो कानूनी रूप से अपराध है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके अवैध अतिक्रमण पर भी बुलडोजर चलाया गया।
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने इस घटना पर कहा, “गांव के अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस गई थी, जहां गौमांस मिला। पुलिस ने उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत जब्त किया है। अपराधी ने अवैध अतिक्रमण किया था और पुलिस ने उसे भी हटाने की कार्रवाई की है। इस कार्रवाई को अलग-अलग नजरिए से नहीं देखना चाहिए। पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह से सही है और सभी को पहले नोटिस देकर अतिक्रमण हटाने की सूचना दी गई थी। मुझे लगता है कि अवैध अतिक्रमण पर सूचना देने की भी जरूरत नहीं है।”
मंत्री परमार ने असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा, “साधुओं की सामूहिक रूप से हत्या हुई थी, उस पर ओवैसी ने कभी कुछ नहीं कहा। हर जगह ओवैसी के लोग अपराध में क्यों लिप्त पाए जाते हैं? अपने लोगों को ओवैसी समझाएं, क्योंकि अपराधिक कृत्यों में दुर्भाग्य से आरोपी उनके लोग निकलते हैं।”
इस घटना और मंत्री के बयान पर समाज और राजनीतिक हलकों में मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ लोगों ने मंत्री की कार्रवाई और बयान की सराहना की है, जबकि अन्य ने इसे सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया है। ओवैसी ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि कानून को अपने हाथ में लेने की अनुमति किसी को नहीं दी जानी चाहिए और सरकार को न्यायपूर्ण तरीके से कार्य करना चाहिए।
पुलिस और प्रशासन ने कहा है कि इस मामले में सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया है और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया को पूरी पारदर्शिता के साथ लागू किया जाएगा और भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयों को जारी रखा जाएगा।