MP News: मध्यप्रदेश के नीमच जिले के मनीष प्रजापति ने अपनी शिकायतों के हार के साथ कलेक्टर कार्यालय में घुसकर एक अनोखा प्रदर्शन किया, जिससे वह सुर्खियों में आ गए। प्रजापति, जिनकी शिकायतें वर्षों से नजरअंदाज की जा रही थीं, ने अपनी पीड़ा को उजागर करने के लिए कार्यालय में घुसने का साहसिक तरीका अपनाया, जिसमें उन्होंने शिकायतों के दस्तावेजों की एक लंबी श्रृंखला को अपने साथ खींचते हुए और सड़क पर लुढ़कते हुए प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन का विवरण
नीमच जिले के कलेक्टर कार्यालय में एक नियमित मंगलवार की सार्वजनिक सुनवाई के दिन, प्रजापति का यह असामान्य प्रदर्शन सभी का ध्यान आकर्षित करने में सफल रहा। उन्होंने अपनी गर्दन पर शिकायतों के दस्तावेजों का हार डाला और अन्य दस्तावेजों को पीछे खींचते हुए कार्यालय में प्रवेश किया। प्रजापति, जो बिना शर्ट और सिर पर चप्पल पहने हुए थे, ने अपने गांव, कंकरिया के सरपंच के खिलाफ लंबित शिकायतों को उजागर किया और भ्रष्टाचार पर कार्रवाई न होने की नाराजगी व्यक्त की।
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अधिकारी की प्रतिक्रिया
उप जिला मजिस्ट्रेट ममता खेड़े ने पुष्टि की कि प्रजापति की शिकायतों की पहले भी पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जांच की गई थी। हालांकि, जिला कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने आरोपों की नई जांच का आदेश दिया है। “एक टीम को गांव भेजकर भ्रष्टाचार की शिकायतों की समीक्षा करने के लिए निर्देशित किया गया है। मैंने रिपोर्ट की मांग की है और रिपोर्ट मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी,” चंद्रा ने कहा।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
प्रजापति के प्रदर्शन की वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई, जिसमें से एक वीडियो मध्यप्रदेश कांग्रेस द्वारा भी शेयर किया गया। कांग्रेस ने पोस्ट में प्रजापति की न्याय की सख्त मांग को उजागर किया और मौजूदा प्रशासन की निष्क्रियता की आलोचना की।
यह असामान्य विरोध विधि उन लोगों की गहरी निराशा और असहायता को उजागर करता है जिनकी शिकायतें अनसुलझी रहती हैं। जिला कलेक्टर की त्वरित प्रतिक्रिया और नई जांच इस मुद्दे को हल करने और लंबित समस्याओं का समाधान लाने का प्रयास कर रही है।