खंडवा: खंडवा के ओंकारेश्वर में शिव पुराण की कथा करने पहुंचे कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान बड़ी बात कही। उन्होंने कहा, “जो शंकर का हो गया शंकर उसका हो गया।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उदाहरण देते हुए कहा कि जिसने केदारनाथ का जीर्णोद्धार किया, जिसने काशी का निर्माण करवाया, जिसने उज्जैन के महाकाल का विस्तार करवाया और जिसने शिवालयों की सेवा की, वह कभी भी सिंहासन से नीचे नहीं उतर सकता, बल्कि ऊपर ही चढ़ता जाता है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने यह कार्य किया इसीलिए आज वह तीसरी बार शपथ लेने जा रहे हैं।
ओंकारेश्वर में आज से सात दिवसीय शिव पुराण कथा करने पहुंचे पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के पहले ही दिन शिव मंदिरों के निर्माण, जीर्णोद्धार और साफ-सफाई के महत्व को समझाते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी बड़े मंदिरों के विस्तार और सौंदर्यकरण का काम किया है इसलिए वह तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं। उन्होंने कहा, “जो शंकर का हो गया शंकर उसका हो गया।” उन्होंने कथा सुनने आए लोगों से कहा कि शंकर और शिवालयों की सेवा करने वालों को भगवान शंकर कैसे फल देते हैं, इसके उदाहरण के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को देख सकते हैं।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में कहा कि वह स्वयं शिवालय में साफ-सफाई और सेवा करती थीं, और आज वह देश की राष्ट्रपति हैं। उन्होंने यह भी बताया कि शंकर और शिवालयों की सेवा करने से न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक लाभ भी मिलते हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान श्रद्धालुओं को प्रेरित किया कि वे भी शिवालयों की सेवा में योगदान दें और इससे मिलने वाले सकारात्मक परिणामों का अनुभव करें।