Bhopal दुकानों पर नाम लिखने के विवाद में अब पूर्व BJP MP Sadhvi Pragya Thakur ने भी एंट्री ले ली है। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने हिंदुओं से अपील की है कि वे अपनी दुकानों और प्रतिष्ठानों पर अपना नाम अवश्य लिखें। उनका कहना है कि जो अपनी दुकान पर नाम नहीं लिखेगा, उसे हिंदू नहीं माना जाएगा।
यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें
Shop Name Controversy में साध्वी प्रज्ञा का बयान
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने अपने बयान में कहा, “मेरा हर हिंदू से आव्हान है कि अपनी दुकान, अपने-अपने प्रतिष्ठान पर अपना नाम अवश्य लिखें। अब जो लिखेगा वही हिंदू और जो नाम न लिखे वह हिंदू नहीं। नाम लिखने से आपको कोई नहीं रोक सकता क्योंकि देश आपका ही है। फिर सब समझदार हैं।”
Political Statement और विवाद
सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी के बावजूद, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का यह बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। उनका यह बयान भाजपा के भीतर और बाहर दोनों ही जगहों पर कई प्रतिक्रियाओं को जन्म दे रहा है। Political Statement के कारण यह मामला और भी तूल पकड़ रहा है।
Hindu Identity की अपील
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने हिंदू पहचान को मजबूत करने के लिए यह अपील की है। उनका मानना है कि अपने प्रतिष्ठानों पर नाम लिखने से हिंदुओं की पहचान और गर्व बढ़ेगा। यह बयान उनके Hindu Identity को लेकर दिए गए कई बयानों में से एक है।
Bhopal News में प्रतिक्रिया
भोपाल और अन्य क्षेत्रों में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे गैर-जरूरी विवाद मान रहे हैं। Bhopal News में यह बयान प्रमुखता से छाया हुआ है।
Sadhvi Pragya Thakur का यह बयान क्यों महत्वपूर्ण है?
यह बयान हिंदू पहचान और प्रतिष्ठानों पर नाम लिखने के संदर्भ में महत्वपूर्ण है, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने किस बात की अपील की है?
उन्होंने हिंदुओं से अपनी दुकानों और प्रतिष्ठानों पर नाम लिखने की अपील की है और कहा है कि जो नाम नहीं लिखेगा, उसे हिंदू नहीं माना जाएगा।
इस बयान का राजनीतिक प्रभाव क्या है?
इस बयान ने भाजपा के भीतर और बाहर दोनों ही जगहों पर प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया है और इसे राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना दिया है।
भोपाल में लोगों की प्रतिक्रिया क्या है?
भोपाल में इस बयान पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, कुछ लोग इसे समर्थन कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे गैर-जरूरी विवाद मान रहे हैं।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का यह बयान किस संदर्भ में दिया गया है?
यह बयान दुकानों पर नाम लिखने के विवाद और हिंदू पहचान को मजबूत करने के संदर्भ में दिया गया है।