शिवपुरी शहर में डीएफओ (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर) सुधांशु यादव की कार्य शैली और चरित्र पर सवाल उठाते हुए कुछ पोस्टर चिपकाए गए हैं, जिनमें उनकी छवि को खराब करने का प्रयास किया गया है। जानकारी के अनुसार, शहर के विभिन्न स्थानों पर कुछ पोस्टर लगाए गए हैं, जिनमें लिखा गया है कि “डीएफओ सुधांशु यादव चोर हैं और चरित्रहीन हैं। वह महिला रेंजर को अपनी रखैल बना कर रखे हुए हैं और लड़की बाजी करते हैं। डीएफओ सुधांशु यादव जंगल माफिया और खनन माफिया से मोटी रकम लेकर उन्हें पूरा संरक्षण देते हैं। यह जंगल का शत्रु है, इसे हटाओ और शिवपुरी को बचाओ।”
ये पोस्टर और पर्चे शहर में चर्चा का विषय बन गए हैं। इस प्रकार के आरोपों ने न केवल सुधांशु यादव की छवि को नुकसान पहुंचाया है बल्कि शिवपुरी में प्रशासनिक कार्यों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। डीएफओ सुधांशु यादव ने इन पोस्टरों के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
एसपी शिवपुरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आदेश दिया है। जांच की जिम्मेदारी कोतवाली टीआई रोहित दुबे को सौंपी गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन पोस्टरों के पीछे कौन लोग हैं और उनकी मंशा क्या है।
इस घटना ने शहर में हलचल मचा दी है और लोग इस मामले पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह एक सोची-समझी साजिश है, जबकि अन्य लोगों का कहना है कि डीएफओ के खिलाफ आरोपों की सच्चाई की जांच होनी चाहिए।
शिवपुरी के प्रशासनिक अधिकारियों ने जनता से शांति बनाए रखने और पुलिस की जांच में सहयोग करने की अपील की है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जांच के नतीजे क्या होते हैं और इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।