फडणवीस और अजित पवार की महत्वपूर्ण मुलाकात
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार देर शाम उपमुख्यमंत्री अजित पवार के सरकारी आवास देवगिरी में उनसे मुलाकात की। इस महत्वपूर्ण बैठक से पहले अजित पवार ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी।
बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व की नाराजगी
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने सत्र के दौरान अजित पवार और अन्य पार्टी नेताओं के बीच समन्वय की कमी पर नाराजगी व्यक्त की थी। कैबिनेट बैठक में अजित पवार के फंड आवंटन को लेकर भी महागठबंधन के मंत्रियों ने असंतोष व्यक्त किया था। विशेष रूप से ग्राम विकास मंत्री गिरीश महाजन और अजित पवार के बीच फंड आवंटन पर बहस हुई थी।
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अजित पवार का गुस्सा
अजित पवार ने फंड के मुद्दे पर नाराजगी जताते हुए कहा, “क्या अब मुझे अपनी जमीन बेचकर फंड देना चाहिए?” इसके अलावा, एनसीपी विधायक और प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने भी बीजेपी कोटे के मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल की आलोचना की, उन्हें अहमदनगर का “ऑनलाइन गार्जियन मंत्री” कहा। मिटकरी ने आरोप लगाया कि कुछ बीजेपी मंत्री और उनके पीए फोन नहीं उठाते हैं, जिससे समन्वय में बाधा आ रही है।
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शिवसेना (उद्धव गुट) नेता संजय राउत की टिप्पणी
शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने दावा किया कि राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में धन आवंटन को लेकर अजित पवार और गिरीश महाजन के बीच बहस हुई थी। राउत के अनुसार, महाजन ने विभाग के लिए धन की मांग की थी, जिस पर पवार ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी।
सामंत और देसाई का खंडन
शिवसेना नेता उदय सामंत और शंभूराज देसाई, जो बैठक में उपस्थित थे, उन्होंने राउत के दावे को खारिज किया। सामंत ने कहा, “हमारे बीच इस तरह के विवाद नहीं होते। कोई विवाद नहीं हुआ।” देसाई ने भी इस घटना को नकारते हुए कहा कि कैबिनेट की बैठक हल्के-फुल्के माहौल में हुई थी और कैबिनेट में सामूहिक रूप से फैसले लिए जाते हैं। टकराव का कोई सवाल ही नहीं है।
इस महत्वपूर्ण बैठक और विवादों के बीच महाराष्ट्र की राजनीति में नई संभावनाएं और चुनौतियां उभरती दिखाई दे रही हैं।
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