Jammu Kashmir: अमरनाथ यात्रा को लेकर इस साल सुरक्षा के इंतजाम काफी कड़े कर दिए गए हैं। जम्मू-कश्मीर के चीफ सेक्रेटरी Atal Dulloo ने यात्रा तैयारियों और सुरक्षा का गहन जायज़ा लिया। उनके साथ ADGP जम्मू जोन आनंद जैन, डिविजनल कमिश्नर जम्मू रमेश कुमार और विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। Atal Dulloo ने यात्रा को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक भी आयोजित की और यात्रा बिना किसी बाधा के सम्पन्न हो, इसके लिए निर्देश जारी किए।
चीफ सेक्रेटरी ने सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी प्रकार की तैयारी का जायज़ा लिया और सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यात्रियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है।
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Jammu Kashmir: रियासी में यात्रियों पर हुए हमले और कठुआ में आतंकी मुठभेड़ के मद्देनजर इस बार अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में बड़ा बदलाव किया गया है। नए बदलाव के तहत जम्मू-कश्मीर के कठुआ के लखनपुर पहुंचने वाले अमरनाथ यात्रियों को सुरक्षा काफिले में जम्मू के लिए भेजा जाएगा। इसके लिए कठुआ में बसों और गाड़ियों के जरिए पहुंचने वाले यात्रियों के RFID कार्ड बनाने की व्यवस्था भी लखनपुर बेस कैंप में की जा रही है।
Jammu Kashmir: इस साल अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होने वाली है और इसे लेकर भक्तों में खासा उत्साह है। जम्मू के पुरानी मंडी इलाके में स्थित राम मंदिर में साधु महात्माओं का आगमन शुरू हो गया है। ज़ी मीडिया ने साधुओं से बातचीत की और उनके उत्साह को कैमरे में कैद किया। साधुओं ने कहा कि उन्हें किसी प्रकार का डर नहीं है और वे बाबा के दर्शन करने और सभी के लिए मनोकामनाएं मांगने के लिए यात्रा करेंगे।
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Jammu Kashmir: यात्रा को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को विभिन्न प्रकार के इनपुट्स मिल रहे हैं और कठुआ में हुई आतंकी मुठभेड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। कठुआ, सांबा और जम्मू के बीच हाईवे से अंतरराष्ट्रीय सीमा की दूरी कम होने के कारण जम्मू-कश्मीर पुलिस बॉर्डर की सुरक्षा ग्रिड को लगातार मजबूत कर रही है ताकि यात्री काफिले को सुरक्षित जम्मू पहुंचाया जा सके।
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कठुआ से जम्मू की सुरक्षा में किसी भी सेंधमारी को रोकने के लिए नई रणनीति अपनाई है। कठुआ से जम्मू के बीच में नए नाके बढ़ाए गए हैं और पुलिस व पैरा-मिलिट्री के जवानों की पेट्रोलिंग भी बढ़ाई गई है। सुरक्षा के लिए ड्रोन, कैमरों और CCTV कैमरों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी सुरक्षा को पुख्ता करने में किया जाएगा।
Jammu Kashmir: अमरनाथ यात्रा 29 जून से 19 अगस्त तक चलने वाली है। 52 दिनों की यात्रा में इस साल 5 लाख से ज्यादा बाबा के भक्तों के पहुंचने की संभावना है। सुरक्षा एजेंसियां आतंकी गतिविधियों को रोकने और यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इस बार यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अवांछनीय घटना को रोकने के लिए नई रणनीतियों और तकनीकों का उपयोग कर रही हैं। जम्मू में कई नई सुरक्षा पोस्ट स्थापित की गई हैं और सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए RFID कार्ड्स, ड्रोन निगरानी, और CCTV कैमरों का उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। सभी सुरक्षा एजेंसियां इस महत्वपूर्ण यात्रा को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए एकजुट होकर काम कर रही हैं।
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