बाबा बर्फानी की पवित्र Amarnath Yatra 29 जून से शुरू होने जा रही है। यात्रियों का पहला जत्था जम्मू के भगवती नगर में स्थित यात्री निवास बेस कैंप से रवाना होगा। यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जम्मू-कश्मीर के बॉर्डर से लेकर अंदरूनी इलाकों तक सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा बल चप्पे-चप्पे पर निगरानी रख रहे हैं। इसी कड़ी में जम्मू के भगवती नगर स्थित यात्री निवास बेस कैंप में जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्यूआरटी और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीमों द्वारा एक मॉक ड्रिल की गई। इस मॉक ड्रिल का मकसद यात्री निवास और इसके आसपास के इलाके को सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित बनाना था।
जम्मू संभाग में हाल ही में चार आतंकी हमलों के बाद सुरक्षा बल पूरी तरह से अलर्ट मोड पर हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में बीते इतवार को एक सुरक्षा समीक्षा बैठक भी की गई थी, जिसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोवाल और सेना एवं विभिन्न सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में होने जा रही अमरनाथ यात्रा को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के निर्देश भी दिए थे|
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सुरक्षा बलों को इनपुट है कि आतंकी Amarnath Yatra में खलल डालने के मकसद से किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। ऐसे में सुरक्षा बलों द्वारा चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है और हाईवे से लेकर यात्रियों के ठहरने वाले हर स्थान पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस की क्यूआरटी और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीमों द्वारा यात्री निवास बेस कैंप में मॉक ड्रिल के माध्यम से सुरक्षा इंतजामों की जांच की गई। इसका उद्देश्य संभावित खतरों का पूर्वानुमान लगाना और सुरक्षा बलों की त्वरित प्रतिक्रिया को सुनिश्चित करना था। इस मॉक ड्रिल के दौरान सुरक्षा बलों ने विभिन्न सुरक्षा परिदृश्यों को अंजाम देने का अभ्यास किया।