Ambala: Independence Day पर किसानों का ट्रैक्टर मार्च, कानूनों की प्रतिमा जलाकर सरकार के खिलाफ जताया विरोध

Ambala: आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर किसानों ने अनूठे तरीके से आजादी का जश्न मनाया। भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के बैनर तले किसानों ने एक भव्य ट्रैक्टर मार्च निकाला, जिसमें बड़ी संख्या में किसान और ट्रैक्टर शामिल हुए। यह मार्च शहर के विभिन्न हिस्सों से होते हुए अनाज मंडी में समाप्त हुआ, जहां किसानों ने हाल ही में सरकार द्वारा लागू किए गए कानूनों में बदलाव के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करते हुए उन कानूनों की प्रतीकात्मक प्रतिमा को जलाया।

ट्रैक्टर मार्च का आयोजन किसानों के बीच एकजुटता और सरकार के खिलाफ उनके आक्रोश को दिखाने के लिए किया गया था। इस दौरान, किसान ट्रैक्टरों पर तिरंगा झंडा लहराते हुए देशभक्ति के नारे लगा रहे थे। ट्रैक्टर मार्च ने अंबाला के विभिन्न गाँवों और शहर के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए अनाज मंडी में समापन किया, जहां किसानों ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शहीदों को नमन किया और देश के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को याद किया।

यहां हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें

Ambala: भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह के अध्यक्ष जिला अध्यक्ष गुरमीत माजरी ने इस मार्च के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि आज का दिन न केवल देश की आजादी का जश्न मनाने का है, बल्कि किसानों के अधिकारों की रक्षा और उनके संघर्षों को उजागर करने का भी है। उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार द्वारा किए गए कानूनों में बदलाव से किसानों की आजीविका पर गहरा असर पड़ा है, और यह बदलाव किसानों के हितों के खिलाफ है।

गुरमीत माजरी ने आगे बताया कि ट्रैक्टर मार्च का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और किसानों की समस्याओं को उजागर करना था। उन्होंने कहा कि यह मार्च केवल एक विरोध नहीं था, बल्कि यह किसानों के संघर्ष की एक नई शुरुआत थी। अनाज मंडी में कानूनों की प्रतिमा जलाने के पीछे का उद्देश्य सरकार को यह संदेश देना था कि किसान इन कानूनों को स्वीकार नहीं करेंगे और वे तब तक संघर्ष करते रहेंगे जब तक उनके अधिकारों की रक्षा नहीं की जाती।

Ambala: ट्रैक्टर मार्च में भाग लेने वाले किसानों ने सरकार से मांग की कि वह इन कानूनों को वापस ले और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए नए सिरे से विचार करे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज करती है, तो वे अपने विरोध को और भी व्यापक स्तर पर ले जाएंगे।

यहां हमारे ट्विटर से जुड़ें

इस पूरे मार्च के दौरान, अंबाला की सड़कों पर किसानों का उत्साह देखते ही बनता था। उन्होंने अपने ट्रैक्टरों को रंग-बिरंगे झंडों और बैनरों से सजाया था, जिन पर सरकार विरोधी नारे लिखे हुए थे। ट्रैक्टर मार्च के बाद अनाज मंडी में आयोजित सभा में किसानों ने एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की और कहा कि वे अपने अधिकारों की लड़ाई से पीछे नहीं हटेंगे।

Ambala: इस ट्रैक्टर मार्च ने न केवल अंबाला में, बल्कि पूरे राज्य में किसानों की एकजुटता और उनके संकल्प को प्रदर्शित किया है। यह मार्च इस बात का प्रतीक था कि किसान अपने अधिकारों के लिए किस तरह संगठित होकर सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।

और पढ़ें

Share This Article
मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
Exit mobile version