मुंबई, भारत – रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के पुत्र अनंत अंबानी ने जियोमार्ट फ्रेश स्टोर्स से लाइव चिकन की बिक्री रोककर बड़ा कदम उठाया है। यह फैसला पशु कल्याण को समर्पित उनकी पहल ‘वंटारा’ का हिस्सा है, लेकिन सोशल मीडिया पर इसकी खूब आलोचना भी हो रही है। कॉमेडियन नेहा सिंह राठौर ने एक वायरल वीडियो में रिलायंस के पैकेज्ड चिकन बेचने को लेकर व्यंग्य किया, जिसने ‘कॉर्पोरेट नैतिकता’ पर बहस छेड़ दी है।
अनंत अंबानी का पशु कल्याण अभियान
अनंत अंबानी, जो पहले ही 3000 से ज्यादा जानवरों को बचाने वाले ‘वंटारा’ प्रोजेक्ट के लिए चर्चित हैं, ने कहा कि लाइव चिकन बिक्री बंद करना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है। रिलायंस रिटेल ने भी इस फैसले को “गुणवत्ता और मानवीय व्यवहार” की दिशा में एक कदम बताया। पशु अधिकार संगठनों ने इस कदम की सराहना की है, लेकिन सवाल यह उठ रहे हैं कि पैकेज्ड चिकन बेचने का क्या तुक है?
नेहा राठौर का वायरल व्यंग्य: “मुर्गी प्लेट में, दर्द किसे?”
बिहार की मशहूर कॉमेडियन नेहा सिंह राठौर ने लोकल अंदाज़ में एक वीडियो बनाकर अनंत और रिलायंस पर करारा प्रहार किया। उन्होंने गीत के बोलों में कहा, “अनंत भैया, मुर्गी बचाई दुकान से, पर पैकेट में मौत बेचो जियोमार्ट फ्रेश से!” यह वीडियो 24 घंटे में 5 लाख व्यूज पार कर चुका है, और नेटिज़न्स इस पर “कॉर्पोरेट हाइपोक्रेसी” की बहस कर रहे हैं।
जनता की राय: “सही कदम या ढोंग?”
सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर राय बंटी हुई है। कुछ यूजर्स का कहना है, “अनंत ने पशु प्रेम दिखाया, यह सराहनीय है,” जबकि दूसरे पूछ रहे हैं, “क्या पैकेज्ड चिकन में जान नहीं होती?” एक यूजर ने तीखा टिप्पणी करते हुए लिखा, “कॉर्पोरेट इंडिया को सिर्फ़ प्रचार चाहिए, असल समाधान नहीं।”
क्यों महत्वपूर्ण है यह विवाद?
यह मामला अनंत अंबानी की जुलाई में होने वाली शादी से ठीक पहले सामने आया है, जिससे उनकी छवि और रिलायंस के बिजनेस मॉडल पर सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में पशु कल्याण और कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी को लेकर बढ़ती जागरूकता इस बहस का कारण है। रिलायंस ने हालांकि कहा है कि वह “धीरे-धीरे नैतिक प्रथाओं की ओर बढ़ रहा है।