Iran में बुधवार की सुबह हमास के प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या की घटना ने दुनियाभर में हलचल मचा दी है। इस्माइल हानिया की हत्या तेहरान में उनके निवास स्थान पर एक हवाई हमले के दौरान हुई।
हानिया की मौत की पुष्टि
हमास ने Ismail Haniyeh की मौत की पुष्टि करते हुए इस हत्या का आरोप इस्राइल पर लगाया है। हालांकि, इस्राइल की तरफ से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने भी इस हमले की पुष्टि की है और बताया है कि हमला बुधवार की सुबह हुआ। जनसंपर्क विभाग ने इस्माइल हानिया की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया और फलस्तीन के लोगों के प्रति समर्थन जताया है।
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Iran में हमले की स्थिति
इस्माइल हानिया के तेहरान स्थित घर पर हमला किया गया, जिसमें एक अंगरक्षक सहित हानिया की मौत हो गई। घटना की जांच जारी है और ईरान की सेना इस मामले को गंभीरता से देख रही है।
हानिया की राजनीतिक भूमिका
Ismail Haniyeh ने दूसरे इंतिफादा के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और इसके चलते उन्हें इस्राइल के सुरक्षा बलों द्वारा गिरफ्तार किया गया था। हानिया को छह महीने तक इस्राइल की जेल में रखा गया और फिर एक समझौते के तहत उन्हें और 400 अन्य लोगों को लेबनान निर्वासित कर दिया गया। 1993 में ओस्लो समझौते के बाद हानिया गाजा में लौटे और 2006 में गाजा में चुनी गई हमास की सरकार में प्रधानमंत्री बने। उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद से इस्राइल और हमास के बीच तनाव बढ़ता चला गया।
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हाल की घटनाएं
हाल ही में, इस्राइली सेना ने हानिया के तीन बेटों—आमिर, हाजेम और मोहम्मद—को गाजा में एक हवाई हमले में मार गिराया था। 7 अक्टूबर के हमले के बाद से, इस्राइल ने हमास के कई शीर्ष आतंकियों को भी ढेर किया है। मंगलवार को इस्राइल ने हिजबुल्ला के शीर्ष नेता फौद शुक्र को भी एक हवाई हमले में मार गिराया। हिजबुल्ला के नेता की मौत उस हमले के बाद हुई, जिसमें गोलन हाइट्स में एक कथित हिजबुल्ला के हमले में इस्राइल के 12 किशोरों की मौत हो गई थी।
Iran में इस घटनाक्रम के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं और इस्राइल-हमास विवाद को लेकर नई साज़िशें और बयानबाज़ी शुरू हो गई है।
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