Badlapur में दो बच्चियों के साथ यौन दुर्व्यवहार की घटना के बाद विरोध प्रदर्शन ने जोर पकड़ लिया है। इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों और प्रदर्शनकारियों ने आरोपी को फांसी देने की मांग की है और कानूनी प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट की भी मांग की है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुष्टि की है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में लाया जाएगा।
CM शिंदे ने कहा कि मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है और इस कड़ी में तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। यह निर्णय पुलिस टीम की कथित लापरवाही और कार्रवाई में देरी के चलते लिया गया। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर, एसिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर और हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं।
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प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मामले में देरी की और इस कारण जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस को “भारत माता की जय” और “डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की जय” के नारे लगाते देखा गया। पुलिस ने भीड़ को आश्वस्त करने की कोशिश की और कहा कि कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, विरोध-प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया और ट्रेनों को रोक दिया, जिससे आम लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा। पुलिस आयुक्त संजय जाधव ने अपील की है कि रेलवे की लाइफलाइन को रोका न जाए क्योंकि इससे आम लोगों की परेशानी बढ़ेगी। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि आरोप पत्र दो से तीन दिन के भीतर तैयार किया जाएगा और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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