Bahadurgarh में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा द्वारा घोषित पहली सूची में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पार्टी ने बहादुरगढ़ हलके से पूर्व विधायक नरेश कौशिक की जगह उनके भाई दिनेश कौशिक को टिकट दी है, जिससे कार्यकर्ताओं में भारी रोष फैल गया है।
नरेश कौशिक के समर्थकों की बैठक
दिल्ली-रोहतक रोड स्थित भाजपा कार्यालय में नरेश कौशिक के समर्थकों ने एक बैठक की, जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर हाईकमान से इस फैसले पर पुनर्विचार की मांग की। कार्यकर्ताओं का कहना है कि नरेश कौशिक बहादुरगढ़ सीट के सबसे मजबूत उम्मीदवार थे, और उनकी टिकट काटना पार्टी के लिए नुकसानदायक साबित होगा।
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हाईकमान से निर्णय बदलने की अपील
बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने 9 सितंबर तक टिकट बदलने की मांग की है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर 10 सितंबर तक यह फैसला नहीं बदला जाता है, तो वे अपनी अगली रणनीति पर विचार करेंगे।
नेताओं पर गंभीर आरोप
वक्ताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ और जिलाध्यक्ष राजपाल शर्मा पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि व्यक्तिगत हितों के चलते नरेश कौशिक की टिकट कटवाई गई। कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि धनखड़ और शर्मा कांग्रेस नेताओं से मिले हुए हैं और इस फैसले के पीछे पैसों का लेन-देन हुआ है।
कौशिक का भावुक बयान
नरेश कौशिक ने अपने भाई दिनेश कौशिक पर भी निशाना साधते हुए कहा कि दिनेश ने अपनी बेटी की शादी में भी उन्हें निमंत्रण नहीं दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे धैर्य रखें और कहा कि हाईकमान से इस मामले पर विचार किया जा रहा है।
जनभावनाओं का ध्यान रखने की अपील
नरेश कौशिक ने कहा कि अगर भाजपा बहादुरगढ़ में फिर से जीत चाहती है, तो टिकट पर पुनर्विचार करना जरूरी है। उन्होंने हाईकमान से जनभावनाओं का ध्यान रखने की अपील की।