बेल्थांगडी, 30 जुलाई: सोमवार रात से तालुक में लगातार बारिश हो रही है। नेत्रावती (Netravati River) और मृत्युञ्जय नदियां उफान पर हैं और चारमड़ी घाट पर एक पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हो गया है। जनता ने मानसून के आने से पहले पेड़ों को काटने में विफलता पर नाराजगी व्यक्त की है। निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है और नदी के किनारे की कृषि भूमि में पानी भर गया है। ग्रामीण सरकारी स्कूलों ने किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए स्वयं अवकाश की घोषणा की है।
श्री सदाशिवेश्वर मंदिर में बाढ़
धर्मस्थल के पास पाजीराडका श्री सदाशिवेश्वर मंदिर का अग्रभाग नेत्रावती और मृत्युञ्जय नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ में डूब गया है। एहतियात के तौर पर तहसीलदार पृथ्वी सनिकम ने मंगलवार, 30 जुलाई को तालुक के सभी प्राथमिक और उच्च विद्यालयों के लिए अवकाश घोषित कर दिया। हालांकि बारिश सोमवार रात से शुरू हुई, लेकिन तहसीलदार का आदेश मंगलवार सुबह ही जारी किया गया, जिससे कई शिक्षक और छात्र जो पहले से स्कूल के रास्ते में थे, उन्हें असुविधा हुई।
जनता की नाराजगी
भारी बारिश और बाढ़ के कारण लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। मानसून के पहले पेड़ों को नहीं काटने से गिरे हुए पेड़ों ने यातायात को बाधित कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ ने किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है।
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प्रशासन की तैयारियां
प्रशासन ने बारिश और बाढ़ के कारण उत्पन्न स्थिति को संभालने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की बात कही है। तहसीलदार ने स्कूलों की छुट्टी की घोषणा कर दी है ताकि बच्चों और शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
इस तरह की विपरीत परिस्थितियों में प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर सावधानी बरतनी चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।