Haryana News: बृजमंडल यात्रा में इस बार बजरंग दल नहीं, आम लोग लेंगे नेतृत्व

Haryana News: नूंह दंगों से सबक लेते हुए इस बार बृजमंडल यात्रा में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जा रहे हैं। इस बार बजरंग दल की बजाय आम लोग यात्रा का नेतृत्व करेंगे और यात्रा के दौरान हथियारों की अनुमति नहीं होगी, यहां तक कि डंडे भी नहीं ले जाने दिए जाएंगे।

नूंह दंगे से सबक

पिछली बृजमंडल यात्रा के दौरान नूंह में हुए दंगों ने सभी को झकझोर कर रख दिया था। उस समय हथियारों की मौजूदगी ने स्थिति को और भी खराब बना दिया था। प्रशासन ने इस बार सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यात्रा में किसी भी तरह के हथियार, यहां तक कि डंडे तक की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया है।

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प्रशासन के कड़े कदम

प्रशासन ने इस बार यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। यात्रा का नेतृत्व आम लोग करेंगे और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। पुलिस और सुरक्षाबल यात्रा के दौरान हर कदम पर मौजूद रहेंगे ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

आम लोगों की भागीदारी

इस बार की बृजमंडल यात्रा में आम लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। यात्रा का उद्देश्य केवल धार्मिक आस्था को प्रकट करना नहीं, बल्कि समुदायों के बीच भाईचारे और शांति को बढ़ावा देना भी है। आम लोग यात्रा का नेतृत्व करेंगे और वे इस यात्रा को शांतिपूर्ण और सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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यात्रा के लिए दिशा-निर्देश

प्रशासन ने यात्रा के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं:

  1. हथियारों पर पूर्ण पाबंदी: यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार के हथियार, यहां तक कि डंडे भी नहीं ले जाने दिए जाएंगे।
  2. सुरक्षा बलों की तैनाती: यात्रा के दौरान हर स्थान पर पुलिस और सुरक्षा बल तैनात रहेंगे।
  3. शांतिपूर्ण यात्रा का आह्वान: यात्रियों से अपील की गई है कि वे यात्रा को शांतिपूर्ण बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

समुदायों का समर्थन

यात्रा के दौरान विभिन्न समुदायों के लोग एकजुट होकर यात्रा में शामिल होंगे। उनका उद्देश्य केवल धार्मिक आस्था को प्रकट करना नहीं, बल्कि समुदायों के बीच भाईचारे और एकता को मजबूत करना भी है।

निष्कर्ष

Haryana News: नूंह दंगों से सबक लेते हुए इस बार की बृजमंडल यात्रा में कड़े सुरक्षा इंतजाम और आम लोगों की भागीदारी से यह यात्रा शांति और भाईचारे का प्रतीक बन सकती है। प्रशासन और आम लोग मिलकर इस यात्रा को सफल और शांतिपूर्ण बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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मनीष कुमार एक उभरते हुए पत्रकार हैं और हिंदी States में बतौर Sub-Editor कार्यरत हैं । उनकी रुचि राजनीती और क्राइम जैसे विषयों में हैं । उन्होंने अपनी पढ़ाई IMS Noida से की है।
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