Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 का केंद्रीय बजट पेश करते हुए कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपये के महत्वपूर्ण आवंटन की घोषणा की। अपने सातवें लगातार बजट भाषण में, सीतारमण ने टिकाऊ कृषि, डिजिटल अवसंरचना और उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
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प्राकृतिक खेती पर जोर:
सीतारमण ने बताया कि अगले दो वर्षों में एक करोड़ किसान प्राकृतिक खेती की ओर रुख करेंगे। प्राकृतिक खेती की ओर यह बदलाव टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने और रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों पर निर्भरता कम करने का लक्ष्य रखता है। इस दृष्टिकोण से मिट्टी की सेहत और जैव विविधता में सुधार होता है और किसानों की खेती लागत में कमी आती है, जिससे उनकी लाभप्रदता बढ़ती है।
सब्जी उत्पादन क्लस्टर:
वित्त मंत्री ने बड़े पैमाने पर सब्जी उत्पादन क्लस्टरों की स्थापना की भी घोषणा की। ये क्लस्टर रणनीतिक रूप से स्थित होंगे ताकि उत्पादन में वृद्धि हो और पूरे देश में सब्जियों की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। इस पहल से कृषि उत्पादकता बढ़ने और बाजार की कीमतों में स्थिरता आने की उम्मीद है।
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सरकार की प्रतिबद्धता:
अपने भाषण में, सीतारमण ने सरकार की टिकाऊ कृषि, डिजिटल अवसंरचना और उत्पादन क्षमता बढ़ाने के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह बजट कृषि क्षेत्र को बदलने, किसानों को लाभ पहुंचाने और व्यापक अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए सरकार के संकल्प को दर्शाता है।
निष्कर्ष:
बजट 2024 में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपये का आवंटन सरकार की टिकाऊ कृषि पद्धतियों और तकनीकी प्रगति के माध्यम से कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्राकृतिक खेती और सब्जी उत्पादन क्लस्टरों की पहल से न केवल कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी, बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। यह बजट कृषि क्षेत्र को स्थायी विकास की दिशा में ले जाने और देश की आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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